साहित्य लहर

कविता : समझ

कविता : समझ, समझदारी से अगर कुछ समझ आया भी, तो इसे समझ का नाम-ओ-निशां न समझ, तेरी समझ कह रही है के तुम अकेले हो, पर तूँ खुद के साथ है खुद को तन्हा न समझ, सिद्धार्थ गोरखपुरी की कलम से…

मुझे यहीं समझ, वहां ना समझ
नासमझ! समझ, मगर आसां न समझ

ये दौर समझ का है ये माना मैंने
खुद को समझ का असासा न समझ

गैर… गैर हैं चाहे अपने हों या पराए हों
इसे पूरा समझ मगर जरा सा न समझ

समझदारी से अगर कुछ समझ आया भी
तो इसे समझ का नाम-ओ-निशां न समझ

तेरी समझ कह रही है के तुम अकेले हो
पर तूँ खुद के साथ है खुद को तन्हा न समझ

ये दुनिया भी नासमझ है तूँ इतना समझ
ये कहती रहेगी के ये समझ वो ना समझ

अहसान और जिम्मेदारी


👉 देवभूमि समाचार में इंटरनेट के माध्यम से पत्रकार और लेखकों की लेखनी को समाचार के रूप में जनता के सामने प्रकाशित एवं प्रसारित किया जा रहा है। अपने शब्दों में देवभूमि समाचार से संबंधित अपनी टिप्पणी दें एवं 1, 2, 3, 4, 5 स्टार से रैंकिंग करें।

कविता : समझ, समझदारी से अगर कुछ समझ आया भी, तो इसे समझ का नाम-ओ- निशां न समझ, तेरी समझ कह रही है के तुम अकेले हो, पर तूँ खुद के साथ है खुद को तन्हा न समझ, सिद्धार्थ गोरखपुरी की कलम से...

देवभूमि समाचार की टीम के द्वारा देश-प्रदेश की सूचना और जानकारियों का भी प्रसारण किया जाता है, जिससे कि नई-नई जानकारियां और सूचनाओं से पाठकों को लाभ मिले। देवभूमि समाचार समाचार पोर्टल में हर प्रकार के फीचरों का प्रकाशन किया जाता है। जिसमें महिला, पुरूष, टैक्नोलॉजी, व्यवसाय, जॉब अलर्ट और धर्म-कर्म और त्यौहारों से संबंधित आलेख भी प्रकाशित किये जाते हैं।

उत्तराखंड : लव मैरिज की पहली रात, पत्नी निकली ट्रांस्जेंडर

देश-विदेश और प्रदेशों के प्रमुख पयर्टक और धार्मिक स्थलों से संबंधित समाचार और आलेखों के प्रकाशन से पाठकों के समक्ष जानकारी का आदान-प्रदान किया जाता है। पाठकों के मनोरंजन के लिए बॉलीवुड के चटपटे मसाले और साहित्यकारों की ज्ञान चासनी में साहित्य की जलेबी भी देवभूमि समाचार समाचार पोर्टल में प्रकाशन के फलस्वरूप परोसी जाती है।

सुख-दु:ख

यदि आप भी देवभूमि समाचार से जुड़ना चाहें तो नीचे दिये गये लिंक पर क्लिक करें और देवभूमि समाचार के साथ जुड़कर अपनी रचनायें भेज सकते हैं।

हमसे जुड़ें (Click Here)

Devbhoomi Samachar

देवभूमि समाचार में इंटरनेट के माध्यम से पत्रकार और लेखकों की लेखनी को समाचार के रूप में जनता के सामने प्रकाशित एवं प्रसारित किया जा रहा है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
Verified by MonsterInsights