धरोहर
धरोहर… इसलिए कलमकार कलम का सदुपयोग करें न कि दुरूपयोग एवं लेखन कार्य ऐसा हो जिससे मंच और पाठकों की भावना को ठेस न पहुंचे। मेरा ऐसे साहित्यिक मंच चलाने वाले आयोजकों से निवेदन है कि वे रचनाकारों को प्रोत्साहन स्वरूप आर्थिक सहयोग प्रदान करे… #सुनील कुमार माथुर, जोधपुर, राजस्थान
साहित्यकारों में लेखन के प्रति रूझान पैदा करने, युवाओं में राज्य, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी लेखन प्रतिभा व क्षमता का प्रदर्शन करने के लिए देवभूमि समाचार पटल ने रचनाकारों को एक प्लेटफार्म देकर समाज स्तर पर प्रेरित करने की पहल की जो अब अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर युवाओं को लेखन में प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित कर रहा है। आज इस पटल के माध्यम से युवा युवतियां ही नहीं बल्कि हर आयु वर्ग का स्त्री पुरुष अपनी-अपनी सहभागिता निभाने में लगा हुआ है।
रचनात्मक लेखन के माध्यम से समाज के युवाओं को एक प्लेटफार्म मिला हैं ताकि राष्ट्र स्तर पर सबका जुड़ाव हो सकें। सद् साहित्य से जोडने का देवभूमि समाचार पटल का यह अनोखा व अनूठा प्रयास हैं जिसके लिए पटल संचालक धन्यवाद एवं साधुवाद के पात्र हैं। पटल पर प्रकाशित सभी आलेख, कहानियां, बाल गीत, कविताएं, समीक्षाएं, महापुरूषों की जीवनियां, संस्मरण, पहेलियां, साक्षात्कार आदि आदि काफी रोचक, ज्ञानवर्धक, प्रेरणादायक व शिक्षाप्रद रचनाएं होती हैं। यह सामग्री वर्तमान समय की आवश्यकता बन गई है।
हर रचनाकार की प्रकाशित सामग्री रचनाकार के प्रेरक विचार, उसके गहन चिंतन मनन व श्रेष्ठ रचनात्मक सोच का ही परिणाम है। सच्चा व श्रेष्ठ कलमकार वहीं हैं जो कूड़े के ढेर में भी रचनात्मक सामग्री खोज ही लेता हैं और उसे अपनी लेखनी के माध्यम से जन जन तक पहुंचा ही देता हैं यह कलम का ही चमत्कार हैं कि वह हमें रचनात्मक और सकारात्मक सोच की ओर प्रेरित कर लेखन कर्म का मान बढा रही हैं।
इसलिए कलमकार कलम का सदुपयोग करें न कि दुरूपयोग एवं लेखन कार्य ऐसा हो जिससे मंच और पाठकों की भावना को ठेस न पहुंचे। मेरा ऐसे साहित्यिक मंच चलाने वाले आयोजकों से निवेदन है कि वे रचनाकारों को प्रोत्साहन स्वरूप आर्थिक सहयोग प्रदान करे और प्रोत्साहन स्वरूप प्रमाण पत्र देकर भी हौसला अफजाई करते रहना चाहिए, चूंकि रचनाकार के प्रेरक विचार मंच एवं पटल की श्रेष्ठ धरोहर है।