साहित्य लहर
कोरोना को हराना है
सुनील कुमार
कोरोना है संक्रमण की बीमारी
इससे बचना और बचाना है
कोरोना को हराना है।
करना है तन-मन की सफाई
सामाजिक दूरी भी अपनाना है
कोरोना को हराना है।
दूर से ही करना है अभिवादन
हाथ किसी से नही मिलाना है
कोरोना को हराना है।
लॉकडाउन कायम है जब तक
घर में ही समय बिताना है
बहुत जरूरी हो तब ही
घर से बाहर जाना है
कोरोना को हराना है।
खांसी-छींक आए तो
मुंह पर रुमाल लगाना है
आंख-नाक-मुंह पर
बेवजह न हाथ लगाना है
कोरोना को हराना है।
दिखे जो फ्लू के लक्षण
फौरन डॉक्टर को दिखाना है
कोरोना को हराना है।
संकट की घड़ी में भी
तनिक नहीं घबराना है
मानव सेवा में रत देवदूतों का
नतमस्तक हो आभार जताना है
कोरोना को हराना है।
इलाज नहीं अभी इसका कोई
बस सजगता से जान बचाना है
कोरोना को हराना है।
¤ प्रकाशन परिचय ¤
From »सुनील कुमारलेखक एवं कविAddress »ग्राम : फुटहा कुआं, निकट पुलिस लाइन, जिला : बहराइच, उत्तर प्रदेश | मो : 6388172360Publisher »देवभूमि समाचार, देहरादून (उत्तराखण्ड) |
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