भरतपुर कांड : दोनों राज्यों की पुलिस में तू कौन-मैं कौन

उत्तराखंड में पुलिस टीम पर हमले के बाद मुरादाबाद की ठाकुरद्वारा कोतवाली में दिनभर पुलिस अधिकारी डेरा डाले रहे और पल-पल की सूचना लेते रहे।
देहरादून/मुरादाबाद। कथित मुठभेड़ और भरतपुर घटना को लेकर उत्तराखंड और यूपी पुलिस आमने-सामने आ गई है। दोनों ही प्रदेशों की पुलिस एक-दूसरे के दावों को खारिज कर रही हैं। एसएसपी मुरादाबाद हेमंत कुटियाल ने कहा कि ठाकुरद्वारा के कमालपुरी चौराहे पर 50 हजार का इनामी जफर पुलिस टीम पर फायरिंग कर भाग रहा था। वो उत्तराखंड में पहुंच गया था। इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दी गई थी। हमारे पास इसके पर्याप्त साक्ष्य हैं। जफर भागते हुए भरतपुर स्थित मकान में घुस गया था। पुलिस टीम ने उसे पकड़ लिया था।
उन्होंने कहा कि स्थानीय पुलिस को कोई सूचना नहीं दी गई। अगर यूपी पुलिस दावा कर रही है कि वो 50 हजार के इनामी का पीछा करते हुए यहां तक आए हैं तो सीसीटीवी कैमरे और कॉल डिटेल से साफ जो जाएगा। एफआईआर सबसे ऊपर है। हम एफआईआर की विवेचना कर रहे हैं। विवेचना में जो तथ्य सामन आएंगे। हम उस पर कार्रवाई करेंगे। किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। विवेचना में सब साफ हो जाएगा। कौन सच बोल रहा है और कौन झूठ बोल रहा है।
उत्तराखंड में पुलिस टीम पर हमले के बाद मुरादाबाद की ठाकुरद्वारा कोतवाली में दिनभर पुलिस अधिकारी डेरा डाले रहे और पल-पल की सूचना लेते रहे। ठाकुरद्वारा कोतवाली में सुबह से ही डीआईजी, एसएसपी हेमंत कुटियाल, एसपी देहात संदीप कुमार मीणा, एसपी यातायात अशोक कुमार, सीओ कांठ, सीओ कोतवाली, सीओ कटघर, सीओ सिविल लाइंस, प्रभारी निरीक्षक पाकबाड़ा समेत जनपद के अन्य थाना प्रभारी व उपनिरीक्षक भारी पुलिस बल के साथ पहुंच गए। डीआईजी ने अधीनस्थों के साथ यहां बैठक कर आगे की रणनीति तैयार की। एसएसपी हेमंत कुटियाल ने सभी पुलिसकर्मियों को सतर्कता बरतने के निर्देश दिए।
मुरादाबाद की ठाकुरद्वारा पुलिस के अनुसार, बुधवार रात 50 हजार के इनामी जफर का पीछा करते हुए पुलिस टीम उत्तराखंड के भरतपुर गांव स्थित एक मकान में पहुंच गई। यहां खनन माफिया और उसके साथियों ने टीम को घेरकर पीटा। इस दौरान टीम पर फायरिंग भी की गई। जिसमें इंस्पेक्टर समेत छह पुलिस कर्मी घायल हो गए। जिसमें दो पुलिस कर्मियों को गोली लगने का दावा किया गया है।
एसओजी प्रभारी रविंद्र सिंह व मनोज मकान से कूद भागे और वह नदी किनारे स्थित बाग में छिप गए। हालात सामान्य होने के बाद दोनों पुलिसकर्मी नदी पार करने के बाद यूपी बॉर्डर में पहुंचे और उन्होंने लोगों से मोबाइल लेकर पुलिस को सूचना दी। तब ठाकुरद्वारा पुलिस मौके पर पहुंची और उन्हें वाहन में बैठाकर थाने ले गई। उधर, मकान के अंदर शिव कुमार, राहुल सिंह और योगेंद्र को स्थानीय पुलिस ने किसी तरह घायल अवस्था में बाहर निकालकर अस्पताल भिजवाया।