भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न
सुनील कुमार
देश में किसी भी क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले नागरिकों को दिए जाने वाले सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न की शुरुआत 2 जनवरी 1954 को हुई थी। तब से अब तक 48 व्यक्तियों को भारत रत्न से सम्मानित किया जा चुका है। इसमें मदर टेरेसा और दो गैर भारतीय भी शामिल हैं।देश के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने इस सम्मान की शुरुआत की थी।
उस समय केवल जीवित लोग ही इस सम्मान के पात्र थे, लेकिन 1966 में इसे मरणोपरांत भी दिए जाने का प्रावधान किया गया। प्रधानमंत्री करते हैं प्रस्तावित- भारत रत्न पुरस्कार के पात्र लोगों के नाम प्रधानमंत्री प्रस्तावित करते हैं। हर साल यह सम्मान दिया जाना अनिवार्य नहीं है। एक बार में अधिकतम तीन ही लोग यह सम्मान पा सकते हैं।
भारत रत्न कुछ प्रमुख तथ्य-
पहली बार यह पुरस्कार सन 1954 में डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन, डॉ. चंद्रशेखर वेंकटरमन व चक्रवर्ती राजगोपालाचारी को दिया गया। सचिन तेंदुलकर देश के पहले खिलाड़ी हैं जिन्हें भारत रत्न सम्मान द्वारा अलंकृत किया गया। यह भी उल्लेखनीय है कि सचिन तेंदुलकर सबसे कम(40वर्ष) उम्र में यह सम्मान पाने वाले व्यक्ति हैं। जबकि संस्कृत के विद्वान धोन्दों केशव कर्वे को यह सम्मान सबसे अधिक उम्र में मैं मिला था। उन्हें 100 साल की उम्र में यह पुरस्कार मिला था। सन 1954 में भारत रत्न की शुरुआत से अब तक कुल तीन वैज्ञानिकों को भारत रत्न से नवाजा गया है। इन तीन वैज्ञानिकों में डॉ. सी. वी.रमन(1954),डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम(1997) व प्रो. सी.एन.आर. राव (1993) शामिल हैं।
देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित होने वाले व्यक्तियों में दो गैर भारतीय भी शामिल हैं। खान अब्दुल गफ्फार खां को सन् 1987 में और डॉ. नेल्सन मंडेला को 1990 में इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया। मरणोपरांत पहला भारत रत्न सम्मान सन् 1966 में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को दिया गया।
अब तक कुल 15 व्यक्तियों को मरणोपरांत भारत रत्न दिया गया है। जिनमें लाल बहादुर शास्त्री,डॉ.भीमराव अंबेडकर, राजीव गांधी, सरदार बल्लभ भाई पटेल, सत्यजीत रे आदि का नाम शामिल है। भारत रत्न सम्मान के प्रारंभ से अब तक भारत के 6 प्रधानमंत्रियों को भारत रत्न सम्मान मिला है। इनमें पंडित जवाहरलाल नेहरू,लाल बहादुर शास्त्री, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, मोरारजी देसाई, व अटल बिहारी बाजपेयी के नाम शामिल हैं।
प्रणव मुखर्जी भारत रत्न से अलंकृत किए गए देश के ऐसे छठे व्यक्ति हैं जो राष्ट्रपति पद को सुशोभित कर चुके हैं।इनमें डॉ.सर्वपल्ली राधाकृष्णन और डॉ.ए.पी.जे.अब्दुल कलाम को राष्ट्रपति बनने से पहले ही यह सम्मान मिल चुका था। अब तक देश में सिर्फ तीन वैज्ञानिकों को ही भारत रत्न सम्मान मिला है। इनमें सी.वी.रमन एवं डॉ. ए.पी.जे.अब्दुल कलाम के बाद भारत रत्न पाने वाले सी. एन.आर. राव तीसरे वैज्ञानिक हैं।
पदक व प्रमाण पत्र-भारत रत्न सम्मान के अंतर्गत राष्ट्रपति द्वारा हस्ताक्षरित प्रमाण पत्र व एक पदक दिया जाता है। पीपल के पत्ते के आकार का यह पदक कांस्य का होता है। इसके अगले भाग पर किरणें बिखेरते सूर्य के नीचे भारत रत्न लिखा रहता है।पिछले हिस्से पर अशोक चिन्ह के नीचे सत्यमेव जयते लिखा रहता है।
भारत रत्न पुरस्कार वर्ष 2019 – राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को 8 अगस्त 2019 को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से अलंकृत किया। उनके अलावा समाजसेवी नानाजी देशमुख और संगीतकार व गीतकार भूपेन हजारिका को मरणोपरांत इस अलंकरण से सम विभूषित किया गया। इन तीनों विभूतियों को 70 वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर भारत रत्न से विभूषित करने की घोषणा की गई थी।
1954 में शुरू किए गए इस पुरस्कार से अब तक 48 व्यक्तियों को सम्मानित किया जा चुका है। इनका विवरण निम्नवत है-
¤ प्रकाशन परिचय ¤
From »सुनील कुमारलेखक एवं कविAddress »ग्राम : फुटहा कुआं, निकट पुलिस लाइन, जिला : बहराइच, उत्तर प्रदेश | मो : 6388172360Publisher »देवभूमि समाचार, देहरादून (उत्तराखण्ड) |
---|