गेट तोड़कर दूसरे पक्ष को कब्जा दिलाने का प्रयास
(देवभूमि समाचार)
1992 से जमीन पर काबिज है विनोद कुमार, नगर निगम की टीम बिना किसी पूर्व नोटिस के पहुंची विनोद की जमीन पर…
देहरादून। विनोद कुमार पुत्र स्व हीरालाल निवासी धर्मपुर डाण्डा बद्रीश कालोनी शारदा पब्लिक स्कूल के पीछे देहरादून अनुसूचित जाति का है। पिछले काफी दिनों से स्थानीय पार्षद कमली भट्ट नगर निगम के कर्मचारियों से मिलकर उसके कब्जे की भूमि से बेदखल करने के चक्कर में है।
विनोद कुमार का कहना है कि उसने पूर्व में मिले नगर निगम के नोटिसों का समुचित उत्तर दिया है। विनोद कुमार का कहना है कि अपनी जमीन की सुरक्षा हेतु सीसीटीवी कैमरे एंव डीवीआर लगवाये थे तथा गेट भी लगाया हुआ है।
विनोद कुमार का कहना है कि आज लगभग 12.00 बजे से 12.30 बजे दोपहर के करीब एक सेवानिवृत्त पटवारी भट्ट नगर निगम के अन्य 5-6 लोगों के साथ आया तथा साथ में पुलिस वाले भी आये तथा आते ही धमकी दी की तु बहुत चमार जाति का बनकर पुलिस के व नगर निगम के कर्मचारियों की शिकायत करता रहता है।
दलित विनोद कुमार की जमीन पर लगा गेट जबरन तोड़कर दूसरे पक्ष को कब्जा दिलाने का प्रयास, विनोद कुमार ने कहा उन्हें जान माल का खतरा…
आज तेरा दिमाग ठीकाने लगायेंगे, उन्होनें गेट तोडा, फैनसिंग तोडी केमरा तोड तथा साक्ष्य मिटाने के लिए सीसीटीवी की डीवीआर अपने जबरदस्ती साथ ले गये तथा टीवी का सेटअप बाक्स जो कि बीएसएन कम्पनी का वह भी अपने साथ ले गये जिसमें डीवीआर की कीमत लगभग 15000/- रूपये तथा सेटउप बाक्स की कीमत 1500/- इसके अलावा रैलिग, गेट दिवार जो कि कुल लगभग एक ढेड लाख के करीब है का नुकसान कर गये हैं।
जबकि नगर निगम उपायुक्त के पास किसी का आदेश न तो था न दिखाया गया तथा हमे किसी कोई भी आदेश की प्रति नही दी गई। जब वहां पर प्रतिरोध करने के लिए जनता इकट्ठी हुई तो वह लोग यह कह कर गये कि कल हम फिर आदेश कराकर आयेगें। विनोद कुमार द्वारा इन लोगो के विरूद्ध व स्थानीय चौकी के खिलाफ प्रार्थी पूर्व में भी रिपोर्ट की गई हे।
विनोद कुमार का कहना है मैं एक हरिजन जाति का व्यक्ति हूं साथ उपनगर आयुक्त रोहताश शर्मा, नगर निगम पार्षद कमली भट्ट, अतुल शर्मा, धनंजय ठाकुर, प्रमोद भण्डारी राज सिंह रावत, राकेश डोभाल व अन्य भू-माफियाओं लोग प्रार्थी को उसकी भूमि से बेदखल कर प्रार्थी का उत्पीडन कर रहें है ।
मुझे अपनी जान का खतरा बना हुआ हैं। इन सभी व्यक्तियों के विरूद्ध तत्काल कार्यवाही कर समुचित धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर अविलम्ब कार्यवाही की जावे एवं प्रार्थी की जान माल की सुरक्षा प्रदान की जाए।