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स्वतंत्रता सेनानी पंडित राम सुमेर शुक्ल की 47वीं पुण्यतिथि पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रुद्रपुर में श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए तराई क्षेत्र के लिए कई महत्वपूर्ण विकास योजनाओं की घोषणा की। कार्यक्रम में 11 उत्कृष्ट व्यक्तियों को सम्मानित किया गया और कई अधोसंरचना परियोजनाओं की प्रगति का विवरण प्रस्तुत किया गया।
- रुद्रपुर में पंडित राम सुमेर शुक्ल की पुण्यतिथि पर भव्य श्रद्धांजलि सभा
- मुख्यमंत्री धामी ने तराई क्षेत्र के लिए सड़क, स्वास्थ्य व उद्योग विकास की बड़ी योजनाएँ घोषित कीं
- मेडिकल कॉलेज परिसर में पंडित शुक्ल की प्रतिमा पर माल्यार्पण और शिलापट्ट का अनावरण
- उत्कृष्ट कार्यों के लिए 11 व्यक्तियों को सम्मानित किया गया
रुद्रपुर/देहरादून | 04 दिसंबर 2025 को रुद्रपुर में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और तराई क्षेत्र के संस्थापक माने जाने वाले पंडित राम सुमेर शुक्ल की 47वीं पुण्यतिथि पर भव्य श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम में भाग लिया और रुद्रपुर राजकीय मेडिकल कॉलेज परिसर में स्थापित पंडित शुक्ल की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने उनके जीवन और योगदान को दर्शाने वाले शिलापट्ट का भी अनावरण किया।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने वाले 11 व्यक्तियों को सम्मानित किया और समाज सेवा व विकास कार्यों में उनकी भूमिका की सराहना की। इस अवसर पर उन्होंने पंडित राम सुमेर शुक्ल के जीवन, संघर्ष और राष्ट्र सेवा का उल्लेख करते हुए कहा कि वे राष्ट्रभक्ति, त्याग और समर्पण के जीवंत प्रतीक थे। उन्होंने बताया कि छात्र जीवन से ही पंडित जी का राष्ट्रहित सर्वोपरि था। सिर्फ 21 वर्ष की उम्र में उन्होंने लाहौर अधिवेशन में जिन्ना के द्विराष्ट्रवाद का मुखर विरोध किया और आगे स्वतंत्रता आंदोलन में उन्होंने खुद को पूर्णतः समर्पित कर दिया।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि आज तराई क्षेत्र का जो व्यापक स्वरूप दिखाई देता है, उसका श्रेय पंडित शुक्ल की दूरदृष्टि को जाता है। स्वतंत्रता के बाद भी उन्होंने किसानों और स्वतंत्रता सेनानियों के हितों को प्राथमिकता दी तथा तराई कॉलोनाइजेशन योजना के अध्यक्ष के रूप में क्षेत्र के विकास की मजबूत नींव रखी। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि पंडित शुक्ल की विरासत को आगे बढ़ाने में पूर्व विधायक और उनके पुत्र राजेश शुक्ल महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने तराई क्षेत्र के लिए दर्जनों विकास परियोजनाओं का विवरण साझा किया। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में तराई को आधुनिक और समृद्ध क्षेत्र बनाने के उद्देश्य से अनेक परियोजनाओं पर कार्य कर रही है। रुद्रपुर मेडिकल कॉलेज का निर्माण तेजी से जारी है, वहीं लगभग 590 करोड़ रुपये की लागत से रुद्रपुर बाईपास, खटीमा–टनकपुर और गदरपुर–जसपुर को जोड़ने वाली चार लेन सड़कों का निर्माण प्रगति पर है। साथ ही 55 करोड़ रुपये की लागत से मानूनगर–गदरपुर–दिनेशपुर–हल्द्वानी मोटरमार्ग के चौड़ीकरण का कार्य भी तेजी से चल रहा है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि रुद्रपुर रेलवे स्टेशन का नवीनीकरण, दो नए रेल ओवरब्रिज, नई सिग्नल लाइनें, मास्टर ड्रेनेज प्लान की मंजूरी, पिंक टॉयलेट्स का निर्माण, 15 करोड़ रुपये के बायोगैस प्लांट और 17 करोड़ रुपये के एडवांस कूड़ा प्रबंधन प्लांट पर भी कार्य जारी है। किच्छा में एम्स ऋषिकेश का 351 करोड़ रुपये की लागत से सैटेलाइट सेंटर बन रहा है, जबकि पंतनगर में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का निर्माण भी तेजी से आगे बढ़ रहा है। खटीमा और किच्छा में आधुनिक बस अड्डे, गदरपुर और खटीमा में बाईपास निर्माण और रुद्रपुर, गदरपुर एवं चकरपुर में खेल सुविधाओं के विस्तार पर भी जोर दिया जा रहा है।
इसके अलावा काशीपुर में अरोमा पार्क, सितारगंज में प्लास्टिक पार्क, काशीपुर में इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर और पंतनगर में मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक पार्क की स्थापना क्षेत्र के औद्योगिक विकास में मील का पत्थर साबित होंगी। खुरपिया में प्रस्तावित इंडस्ट्रियल स्मार्ट सिटी को भी महत्वपूर्ण बताया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि जमरानी बांध परियोजना को पुनः प्रारंभ किया जा चुका है, जिससे तराई क्षेत्र को पेयजल और सिंचाई की दीर्घकालिक सुविधा मिलेगी। साथ ही हाल ही में गन्ना किसानों के लिए समर्थन मूल्य में 30 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि कर सरकार ने महत्वपूर्ण कदम उठाया है।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि सरकार का लक्ष्य तराई क्षेत्र को एक आधुनिक, विकसित और समृद्ध क्षेत्र के रूप में स्थापित करना है। पंडित राम सुमेर शुक्ल का यह स्वप्न सरकार की प्राथमिकता में सर्वोपरि है और इसे पूरा करने के लिए प्रयास निरंतर जारी रहेंगे।
कार्यक्रम संयोजक और पूर्व विधायक राजेश शुक्ल ने अपने संबोधन में पंडित राम सुमेर शुक्ल के ऐतिहासिक योगदान की याद दिलाते हुए कहा कि आज तराई एम्स, मेडिकल कॉलेज, अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट और इंडस्ट्रियल स्मार्ट पार्क जैसी परियोजनाओं के कारण उत्तराखंड का अग्रणी क्षेत्र बनकर उभर रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री धामी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि धामी सरकार ने यूसीसी और नकल विरोधी कानून जैसे ऐतिहासिक निर्णय लेकर अपनी कार्यशैली का उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया है।
कार्यक्रम के उपरांत मुख्यमंत्री पूर्व विधायक राजेश शुक्ल के आवास भी पहुंचे, जहां उन्होंने उनकी माताजी से आशीर्वाद लिया और भोजन ग्रहण किया। कार्यक्रम में विधायक शिव अरोरा, मेयर विकास शर्मा, दीपक बाली, अनिल कपूर डब्बू, फरजाना बेगम, मंजीत सिंह, उत्तम दत्ता, मुकेश कुमार, मिंटू गुम्बर, सचिन शुक्ला, मंजीत कौर, दिनेश शुक्ला, जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया सहित कई जनप्रतिनिधि और अधिकारी उपस्थित रहे।





