पर्यावरण के लिए जीवनशैली का बदलाव

पर्यावरण के लिए जीवनशैली का बदलाव, यह दर्शाता है कि योग शारीरिक आसन नहीं है, यह हमारे दिमाग और शरीर को तालमेल में रखने का एक तरीका है। यह हमारे पूरे जीवन को अनुशासन में रखता है। #संवाददाता अशोक शर्मा
गया, बिहार। 29वीं वाहिनी, सशस्त्र सीमा बल, गया (बिहार) के मुख्यालय में पर्यावरण के लिए जीवनशैली के अवसर पर विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों में से बेहतर स्वास्थ के लिए योग का आयोजन किया गया। जिसके तहत जवानों को अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूपता के भावना पैदा करने के लिए श्री एच.के. गुप्ता, कमांडेंट, 29वीं वाहिनी, स.सी.ब. गया (बिहार) के मार्गदर्शन में वाहिनी मुख्यालय के परिसर में जवानों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए 29वीं वाहिनीं, सशस्त्र सीमा बल के अधिकारीगण, अधीनस्थ अधिकारीगण एवं बलकर्मीयों योग के अभ्यास में हिस्सा लिया ।
योग अभ्यास का मुख्य उद्देश्य जवानों को योगाभ्यास से विभिन्न बीमारियों से बचाव करना और स्वस्थ रखने के लिए भी अच्छा और आसान विकल्प है। यह उन समस्याओं को हल करने में मदद करता है जो हमारे जीने के तरीके से आती है।
यह दर्शाता है कि योग शारीरिक आसन नहीं है, यह हमारे दिमाग और शरीर को तालमेल में रखने का एक तरीका है। यह हमारे पूरे जीवन को अनुशासन में रखता है।
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