पॉलीथीन का उपयोग करना छोड़ें : जगदीश कलौनी
(देवभूमि समाचार)
प्रदूषण से बचें और अपने घर के आस-पास सफाई रखें। पॉलीथीन का उपयोग न करें, जिससे कि कूड़े-कचरे को खाद बनने में सहायता मिले। पर्यावरण को बचायें और धरती को स्वर्ग बनायें। जहाँ-जहाँ भी मानव ने अपने पाँव रखे वहाँ-वहाँ पॉलीथीन प्रदूषण फैलता चला गया। यहाँ तक यह हिमालय की वादियों को भी दूषित कर चुका है।
आईये देखते हैं… देवभूमि में पिथौरागढ़ से वरिष्ठ पत्रकार एवं समाजसेवी जगदीश कलौनी द्वारा दिये गये पर्यावरण सुरक्षा संदेश को…
यह इतनी मात्रा में बढ़ चुका है कि सरकार भी इसके निवारण के अभियान पर अभियान चला रही है। सैर सपाटे वाले सभी स्थान इससे ग्रस्त है। भारत में लगभग दस से पंद्रह हजार इकाइयाँ पॉलीथीन का निर्माण कर रही हैं। सन 1990 के आंकड़ों के अनुसार हमारे देश में इसकी खपत 20 हजार टन थी जो अब बढ़कर तीन से चार लाख टन तक पहुँचने की सूचना है जोकि भविष्य के लिये खतरे का सूचक है।