कतार, फिफा, बियर, ड्रग्स, कालगर्ल और कंट्रोवर्सी

कतार, फिफा, बियर, ड्रग्स, कालगर्ल और कंट्रोवर्सी, पत्रकार ने कार्ड और परमिट दिखा कर कहा कि उसने परमीशन ली है, तब भी सुरक्षा कर्मचारी नहीं माने और कहा कि यह तमाशा बंद करो वरना कैमरा तोड़ देंगे। पढ़ें नोयडा (उत्तर प्रदेश) से वीरेंद्र बहादुर सिंह की कलम से…

दुनिया के अत्यंत समृद्ध देशों में जिनकी गिनती होती है, ऐसे ही कतार में पिछले रविवार से फिफा वर्ल्ड कप की धमाकेदार शुरुआत हुई है। फिफा वर्ल्ड कप पहले से ही किसी न किसी विवाद में रहा है। फुटबाल कप का सब से पहला मैच यजमान कतार और इक्वाडोर के बीच था। इक्वाडोर ने दो गोल कर लिया यानी उसकी जीत पक्की थी। मैच चल ही रहा था कि गेल में आ गए इक्वाडोर के दर्शकों ने जोरदार नारा लगाया कि ‘वी वांट बियर।’ पूरे स्टेडियम में हड़कंप मच गया। कतार ने पहले ही यह घोषणा कर दी थी कि स्टेडियम में बियर पीने दिया जाएगा। अंतिम समय में कतार ने नियम बदल दिया और स्टेडियम में बियर पीने की मनाही कर दी।

इस दौरान स्टेडियम में बियर बिकने लगी, इसलिए लोग दंग रह गए। सभी को लगा कि क्या कतार ने बियर की मंजूरी दे दी? बियर ले कर पिया तो उसका टेस्ट एकदम बियर जैसा ही था। बाद में पता चला कि यह जीरो अल्कोहल बियर है। अल्कोहल बगैर की इस बियर को लोगों ने नकली बियर कह कर खूब विरोध किया। हर चार साल पर आयोजित होते फिफा वर्ल्ड कप की गणना दुनिया के सब से बड़े स्पोर्ट्स इवेंट के रूप में होती है। फिफा हो या ओलम्पिक इसकी चर्चा खूब होती है। पर यह बात जगजाहिर है कि दुनिया में सब से अधिक क्रेज फुटबाल का ही है। फुटबाल लीग की भी दुनिया में चर्चा होती है। उसके सामने तो रह वर्ल्ड कप है। इसमें कुछ हो, यह नहीं चलने वाला।

फिफा वर्ल्ड कप का मैच देखने आने वाले लोग गेम देखने के साथ दुनियाभर का का मजा भी करते हैं। ऐसे भी लोग होते हैं, जो सिर्फ मजा करने के लिए ही यह मैच देखने आते हैं। हर तरह का मजा मिले इस तरह का बंदोबस्त भी हो जाता है। जिस देश में इंटरनेशनल स्पोर्ट्स इवेंट होता है, वहां पहले से ही ड्रग माफिया पहुंच जाते हैं और जो मांगो वह ड्रग मिल जाए, इस तरह की व्यवस्था कर देते हैं। पूरी दुनिया में कालगर्ल की व्यवस्था करने वाली ऐस्कार्ट ऐजेंसीज और ब्रोथल हाउसेस हैं। इस तरह का धंधा करने वाले लोग भी दुनियाभर की लड़कियों के साथ स्पोर्ट्स इवेंट का आयोजन करने वाले देश और शहर में पहुंच जाते हैं।

अब लोगों को अल्कोहल या दारू से किक नहीं लगती। अब इन्हें कुछ अधिक स्ट्रांग चाहिए। इन सब में बियर तो एकदम निर्दोष मानी जाती है। कोई भी मैच चल रहा हो तो स्टेडियम में बियर की नदिया बहती हैं। मैच के लाइव टेलीकास्ट के दौरान एक सांस में बियर का पूरा का पूरा गिलास गटक जाने वाले लड़के-लड़कियों को दिखाया भी जाता है। बियर ड्रिकिंग के कितने वीडियो वायरल भी हुए हैं। जिस देश की टीम जीत रही होती है, उस देश के लोग तो स्टेडियम में पागल हो जाते हैं। हार रही टीम के देश के लोग उदासी में बियर मांगते हैं। कहा जाता है न कि पीने वालों को पीने का बहाना चाहिए। फुटबाल कप और फुटबाल लीग के समय स्पांसरशिप पाने के लिए बियर कंपनियों में भी होड़ लगती है। ऐसे में अगर बियर बंद करा दी जाए तो उहापोह तो होगा ही।

दूसरा कोई देश होता तो बात अलग थी। वह तो कतार है। कतार में सख्ती से इस्लामिक कानूनों का पालन किया जाता है। ड्रग्स या कालगर्ल की बात तो दूर है, वहां बियर या दारू के नाम पर ही नाक चढ़ जाती है। फुटबाल वर्ल्ड कप में लोग अपनी गर्लफ्रेंड या पार्ट टाइम धंधा करने वाली लड़कियों को ले कर आते हैं। ये सभी एकदम छोटे कपड़ों में झूमते हुए टहलते रहते हैं। लेकिन कतार में यह सब नहीं चल सकता। बारह साल पहले जब यह घोषणा हुई कि कतार में फिफा वर्ल्ड कप आयोजित होगा तो सब से पहला सवाल यही उठा था कि कतार को यह यजमानी मिली कैसे? एक आरोप तो यह भी लगा था कि कतार ने फिफा की यजमानी पाने के लिए मोटी रकम की घूस दी थी।

कतार धनाढ्य है, वहां पैसों की कोई कमी नहीं है। कतार चाहे तो अपने यहां स्वर्ग खड़ा कर दे, इस तरह की ताकत रखता है। पर दूसरा जो कुछ चलता है, वह सब वहां करने जाओ तो जेल में डाल दिया जाएगा। गे, लेस्बियन जैसे संबंधों को वहां तिरस्कार की नजरों से देखा जाता है। वर्ल्ड की एलजीबीटी यानी कि लेस्बियन, गे, बायोसेक्सुअल और ट्रांसजेंडर सोसायटी उसके इन प्रतिबंधों को अनुचित मानती है। अभी तो वर्ल्ड कप शुरू हुआ है। वहां जिन बातों पर विवाद हो सकता है, इस तरह के मामले सामने आने लगे हैं। कतार के कटारा कल्चरल विलेज में एक होटल के बाहर एक विदेशी पत्रकार लाइव रिपोर्टिंग कर रहा था तो सुरक्षा कर्मचारियों ने आ कर उसे रोका।



पत्रकार ने कार्ड और परमिट दिखा कर कहा कि उसने परमीशन ली है, तब भी सुरक्षा कर्मचारी नहीं माने और कहा कि यह तमाशा बंद करो वरना कैमरा तोड़ देंगे। वह पत्रकार तो पुरुष था, कोई लड़की होती तो? इंग्लैंड और ईरान के बीच मैच था, तब ईरान के खिलाड़ियों ने आपने देश का ही राष्ट्रगीत गाने से मना कर दिया। ईरान में महसा अमीनी की पुलिस कस्टडी में मौत के बाद हिजाब मामले में जबरदस्त आंदोलन चल रहा है। ईरान के खिलाड़ियों ने राष्ट्रगीत नहीं गाया, ईरान की सरकार ने इसे बड़ी गंभीरता से लिया है। जब ये खिलाड़ी वापस ईरान जाएंगे तो इनके साथ क्या होता है, यस सोचने की बात है।



ये सभी तो स्पोर्ट्स रिलेटेड कंट्रोवर्सीस है। इसके अलावा कतार के सामने अन्य तमाम इशूज हैं। कतार पर आतंकवादियों की मदद करने के भी आरोप लगते रहे हैं। ह्युमनराइट्स आर्गेनाइजेशन ने यह कह कर कतार का विरोध किया है कि कतार में बाहर से काम करने आने वालों लोगों और मजदूरों के साथ अमानवीय व्यवहार होता है। अलबत्त, जवाब में कतार का कहना है कि हमने अब नियमों में जड़मूल से बदलाव कर दिया है और हम अपने यहां काम करने आने वालों का पूरा ख्याल रखते हैं।



यूनाइटेड अरब अमीरात और साउदी अरब जैसा दबदबा पूरी दुनिया में कतार भी पाना चाहता है और अपनी एक नई इमेज खड़ी करना चाहता है। इसीलिए कतार स्पोर्ट्स इवेंट जैसा जंगी आयोजन कर रहा है। जो फिफा वर्ल्ड कप देखने गए हैं, उनका हर तरह से ध्यान रखना पड़ेगा। ऐसे में तमाम लोगों का कहना कि जब इतना अधिक कंट्रोल रखना था तो वर्ल्ड कप जैसा आयोजन करना ही नहीं चाहिए। अभी वर्ल्ड कप 18 दिसंबर तक चलेगा, तब तक देखो दूसरा क्या-क्या होता है।

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