कविता : बहनों के लिए अपार खुशियां लाया

सुनील कुमार माथुर
रक्षा बंधन का यह पावन दिवस आया है
बहनों के लिए अपार खुशियां लाया हैं
राखी का यह रंग बिरंगा धागा हैं जो
भाई – बहन के पवित्र संबंधों का धागा हैं
भाई बहन की रक्षा का वचन देता है
रक्षा बंधन का यह पावन दिवस आया है
राखी का यह पवित्र धागा
भाई को संयम , धैर्य , सहनशीलता को
जीवन में बनाये रखने की
कदम – कदम पर याद दिलाता हैं
रक्षा बंधन का यह पावन दिवस आया है
बहनों के लिए अपार खुशियां लाया हैं
राखी के यह चमकते सितारे
बहनों के जीवन में खुशियां लाते है
राखी का यह धागा
कोई साधारण धागा नहीं है
यह तो भाई बहन के प्रेम का अटूट धागा हैं
रक्षा बंधन का यह पावन दिवस आया है
बहनों के लिए अपार खुशियां लाया हैं
¤ प्रकाशन परिचय ¤
![]() |
From »सुनील कुमार माथुरलेखक एवं कविAddress »33, वर्धमान नगर, शोभावतो की ढाणी, खेमे का कुआ, पालरोड, जोधपुर (राजस्थान)Publisher »देवभूमि समाचार, देहरादून (उत्तराखण्ड) |
---|
Nice
Nice
Nice poem
Nice poem