साहित्य लहर
कविता : समाज का सहयोग करें

सुनील कुमार माथुर
अगर समाज का उत्थान चाहते हो तो
मातृशक्ति और युवाओं को
समाज उत्थान के लिए
समन्वित रूप से
निस्वार्थ भाव से कार्य करना होगा
तभी सफलता हासिल होगी
समाज बुद्धि व ज्ञान की
अधिष्ठात्री देवी हंसवाहिनी
सरस्वती का उपासक है
बुध्दि की देवी का अनुग्रह प्राप्त करने के लिए
हमें श्रध्दावान बनना होगा
तभी तो प्रेम व स्नेह के साथ मिलकर
हम समाज का उत्थान कर पायेगे
मात्र सरकार के भरोसे रहना
विकास की गति को कमजोर करना होगा
हम राष्ट्र के और राष्ट्र हमारा है
फिर भला क्या सोचना
आइये राष्ट्र उत्थान के लिए
जितना हो सके समाज को
तन मन धन से सहयोग दीजिए
पीडित व दुखीजन को गले लगाइये
ज़रूरतमंदों की मदद कीजिए
दूसरों की तकलीफों को दूर कीजिए
कानून – कायदों का पालन करें
नशे से दूर रहें
बडों का मान सम्मान करें
¤ प्रकाशन परिचय ¤
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From »सुनील कुमार माथुरलेखक एवं कविAddress »33, वर्धमान नगर, शोभावतो की ढाणी, खेमे का कुआ, पालरोड, जोधपुर (राजस्थान)Publisher »देवभूमि समाचार, देहरादून (उत्तराखण्ड) |
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