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आपके विचार

फिजूल की खर्ची से बचने में ही समझदारी है…

सुनील कुमार माथुर

33, वर्धमान नगर, शोभावतो की ढाणी, खेमे का कुआ, पालरोड, जोधपुर (राजस्थान)

वर्तमान समय मे एक – एक रूपए की कीमत हैं । अत: पैसे की कीमत को समझे और अनावश्यक पैसा खर्च न करें । आज की महगांई ने इंसान को कहीं का भी नहीं छोड़ा है । महगांई से आम आदमी परेशान हैं । हम बचत खाते में रकम जमा नही करा सकते हैं लेकिन फिजूल के खर्चों को तो रोक सकते हैं । मंहगाई ने तो इंसान को नीम्बू की तरह निचोड़ दिया है । प्राय : महिलाएं तीज त्यौहार या शादियों के समय हर बार नई डेस बनवाती या सिलवाई जाती हैं जो फिजूल की ही खर्ची है । अत: जहां तक हो सके फिजूल के खर्चों से बचे ।

जीवन में हमेशा बुरी आदतों से बचकर रहें । वरना यह जीवन नर्क बन जायेगा । जीवन में खूब परिश्रम करे और इसे ऐसा महकाओ की इसकी सुंगध दूर तक महके । लोगों से मधुर सम्बन्ध बनाएं । दूसरो के साथ बेहतर सम्बन्ध बनाएं । आवेश में आकर कोई भी कार्य न करें अपितु आत्मविश्वास से कार्य करें एवं सोच विचार कर कार्य करें । सफलता अवश्य ही मिलेगी ।

जीवन में जब भी मौक़ा मिले तब मौके का लाभ अवश्य ही उठाइए । चूंकि ऐसे अवसर बार – बार नही आते हैं । लोगों से मधुर सम्बन्ध बनाएं जो जीवन में लाभकारी रहेगे । इससे नई योजनाएं क्रियान्वयन में मदद मिलेगी । लेकिन याद रखिए अति उत्साह न दिखाएं अन्यथा हानि भी हो सकती हैं जीवन में अनेक बार ऐसे अवसर आते हैं जब आपको लगेगा कि आपकी क्षमताएं कम हैं और आप यह कार्य नहीं कर सकते हैं लेकिन ऐसी नकारात्मक सोच को अनदेखा कर पूरे आत्मविश्वास से अपने काम में पूरी ईमानदारी के साथ जुट जाए आपको सफलता अवश्य ही मिलेगी और आप फूले नही समायेगे ।

आप किसी भी कार्य को पूरी ईमानदारी और निष्ठा से करते हैं तो कोई भी ऐसी ताकत नहीं हैं जो आपको अपनी मंजिल पर जाने से रोक सके । आप कडी मेहनत करके धन कमाते है फिर फिजूलखर्ची क्यों । पैसा हाथ का मैल है ऐसा कह कर फिजूल खर्ची करना मूर्खता के सिवाय और कुछ नहीं हैं । अगर यह हाथ का मैल है तो जरुरत से अधिक कमा कर दिखा दीजिए । क्यों रिश्वत का खेल खेला जा रहा है । हराम की कमाई इंसान को हमेशा गलत राह पर ले जाती हैं । अत: फिजूल की खर्ची से बचे व थोडा धन मुश्किल वक्त से उबरने के लिए भी बचाकर रखे।

Devbhoomi Samachar

देवभूमि समाचार में इंटरनेट के माध्यम से पत्रकार और लेखकों की लेखनी को समाचार के रूप में जनता के सामने प्रकाशित एवं प्रसारित किया जा रहा है।

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