डाॅ. पूजा शैलानी ने प्राप्त की गृहविज्ञान में पीएचडी उपाधि
(देवभूमि समाचार)
हेमवती नंदन बहुगुणा केन्द्रीय विश्वविद्यालय श्रीनगर गढवाल के गृहविज्ञान विभाग में पहली बार शोध कार्य शुरु हुआ। गढ़वाल विश्वविद्यालय के नौवें दीक्षान्त समारोह 2020-21 में पहली एकमात्र शोधार्थी डाॅ पूजा शैलानी को डाॅक्टरेट की उपाधि मिली।
गृहविज्ञान विभाग के विभागाध्यक्षा बिरला परिसर पौडी़ गढवाल प्रो. रेखा नैथानी, शोध निर्देशिका बिड़ला परिसर श्रीनगर डॉ.अनिता सती के नेतृत्व में यह बहुत बडी़ उपलब्धि हासिल की। इससे विभाग के प्राध्यापिकाओं तथा शोधार्थियों में खुशी की लहर है। डा.पूजा की माता एवं परिवार इस कामयाबी से बेहद खुश हैं।
डा. पूजा का जन्म जनपद चमोली में पीपलकोटी के सल्ला गांव में हुआ। प्राईमरी स्कूल सल्ला गांव से पढने वाली पूजा ने हाईस्कूल भी सरकारी स्कूल पीपलकोटी से ही किया। पूजा ने गढवाल विश्वविद्यालय से बी.ए तथा गृहविज्ञान से एम.ए किया। पूजा का शोध “प्राथमिक शिक्षा के प्रबंधन एवं प्रगति में समुदाय की सहभागिता एवं सशक्तिकरण” तथा “जनपद चमोली का विशेष अध्ययन” पर किया।
पूजा की माता आशा देवी शैलानी सिंचाई विभाग श्रीनगर से सेवानिवृत्त हैं जिनके अथक प्रयास से ही पूजा को अच्छी शिक्षा और संस्कार मिला है। उनका कहना है कि पूजा ने अपने पिता का नाम रोशन किया है साथ ही अपने क्षेत्र पीपलकोटी का नाम रोशन किया है।
जब पूजा केवल 1साल की थी तब उनके पिता की मृत्यु हो गयी थी। वह अपने 6 भाई-बहिनों में सबसे छोटी है। डा. पूजा शैलानी कहती हैं कि हमें अपनी मिट्टी से जुडा़ रहना चाहिऐ। मेरी मां ने संघर्ष करना सीखाया है। मेरी माँ ने जीवन भर बहुत संघर्ष किया है इसका श्रेय मेरे शिक्षिकाओं और मेरी मां, भाई-बहिनो को जाता है।
डा. सती कहती हैं कि सभी शोधार्थियों में पूजा ने ही यह उपलब्धि हासिल की है वह बहुत ही मेहनती है उसने विभाग तथा अपने परिवार का नाम रोशन किया है। प्रो नैथानी कहती हैं कि पूजा ने एक छोटे से गांव से उच्च शिक्षा तक का सफर किया है।
वह बेटियों के लिऐ प्रेरणाश्रोत हैं। वर्तमान में डाॅ. पूजा एमकेपी पीजी कालेज देहरादून में असिस्टेण्ट प्रोफेसर के रुप में कार्यरत है। इस मौके पर डा. ज्योति तिवारी बिडला परिसर, डा. अर्चना शाह टिहरी परिसर से खुशी व्यक्त की।