रक्तदान करना मानवीय गुण है : डॉ धन सिंह रावत
रक्तदान करना मानवीय गुण है : डॉ धन सिंह रावत, राज्य रक्त संचरण परिषद् के निदेशक डॉ० अजय अगरकर ने कहा कि यद्यपि रक्तदान के प्रति जागरूकता बढ़ी है परन्तु रक्त की मांग एवं आपूर्ति में असंतुलन अभी भी बरकरार है जिसके लिए युवाओं को और अधिक प्रेरित किए जाने की आवश्यकता है।
देहरादून। विश्व स्वैच्छिक रक्तदान दिवस पर राज्य रक्त संचरण परिषद् द्वारा दून मेडिकल कॉलेज के सभागार में आयोजित समारोह में विचार गोष्ठी एवं रक्तदाता सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर 152 बार रक्तदान करने वाले भारतीय रेडक्रास सोसायटी के प्रबन्धन समिति सदस्य अनिल वर्मा, नोडल अधिकारी डेंगू नियंत्रण रक्तदान प्रबंधन को स्वास्थ्य मंत्री डॉ० धन सिंह रावत जी द्वारा प्रतीक चिन्ह एवं पौधा भेंटकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि स्वास्थ्य मंत्री डॉ० धन सिंह रावत , दून मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य व निदेशक चिकित्सा शिक्षा उत्तराखंड डॉ० आशुतोष सयाना, राज्य रक्त संचरण परिषद् के निदेशक व रक्तदाता शिरोमणि अनिल वर्मा ने दीप प्रज्ज्वलित करके किया। बतौर मुख्य अतिथि स्वास्थ्य मंत्री डॉ० धन सिंह रावत ने रक्तदान करके दूसरों का जीवन बचाने को मानवीय गुण बताया तथा युवाओं को स्वैच्छिक रूप से आगे आने की अपील की।
उन्होंने कहा कि सरकार उत्तराखंड में ब्लड बैंकों को और अधिक सुविधाजनक बनाने का प्रयास कर रही है। बड़ी संख्या में युवा ई रक्तकोश में अपना नाम स्वैच्छिक रक्तदान हेतु रजिस्टर करवा रहे हैं। डेंगू नियंत्रण में स्वास्थ्य विभाग पूरी तत्परता से संलग्न है। निदेशक डॉ०आशुतोष सयाना ने कहा कि वर्तमान दून हाॅस्पिटल ब्लड बैंक में स्थान पर्याप्त न होने के कारण जरूरतमंद लोगों को आवाजाही में थोड़ी असुविधा होती है। अतः इसे दूसरे उपयुक्त स्थान पर स्थानांतरित करने का प्रयास जारी है। साथ ही ब्लड कंपोनेंट्स के लिए एक और एफेरेसिस मशीन शीघ्र ही लगाई जायेगी।
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राज्य रक्त संचरण परिषद् के निदेशक डॉ० अजय अगरकर ने कहा कि यद्यपि रक्तदान के प्रति जागरूकता बढ़ी है परन्तु रक्त की मांग एवं आपूर्ति में असंतुलन अभी भी बरकरार है जिसके लिए युवाओं को और अधिक प्रेरित किए जाने की आवश्यकता है। अब तक 152 बार रक्तदान कर चुके रक्तदाता शिरोमणि अनिल वर्मा नोडल अधिकारी डेंगू नियंत्रण कक्ष (रक्त सेवाएं ) ने कहा कि आम लोगों में अभी भी रक्तदान के प्रति अंधविश्वास बरकरार है विशेषकर यह कि रक्तदान से शारीरिक कमजोरी आ जाती है या बच्चे नहीं होते अथवा कोई बीमारी लग जाती है आदि।
सच्चाई यह है कि रक्तदान करने से नये ब्लड सेल्स बनते हैं तथा शरीर और अधिक क्षमतावान बनता है। उन्होंने रक्तदान करने से रक्तदाता को होने वाले अनेकों फायदे बताए । हंसा नाट्य ग्रुप द्वारा रक्तदान – जीवनदान प्रेरणादायक नुक्कड़ नाटक ने दर्शकों का मन मोह लिया। इस अवसर पर दून चिकित्सालय की प्रभारी डॉ० शशि उप्रेती डॉ० मिनाली राजा, डॉ० सना उमर , यूसेक्स के आईं ई सी अधिकारी अनिल सती, श्री संजय बिष्ट , श्री सौरभ सहगल सहित स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सक ,एन जी ओ तथा दून मेडिकल कॉलेज के छात्र – छात्राएं बडी़ संख्या में उपस्थित थे। कार्यक्रम का कुशल संचालन दून मेडिकल कालेज के संयुक्त निदेशक डॉ० एम के पंत ने किया।
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