साहित्य लहर
साहित्य लहर श्रेणी के अन्तर्गत हिन्दी साहित्य (Hindi literature) और साहित्यकारों की रचनाओं का प्रकाशन किया जाता है। जिसमें कहानी (stories), कविता (poems), लघुकथा और ग़ज़लों (short stories & ghazals) का प्रकाशन होता है।
-
कविता : गोबर संवाद
प्रियंका सौरभ कभी रिसर्च की चुप्पी में, दीवारों पर गोबर उतरा। तो कभी प्रतिरोध की गर्मी में, वही गोबर उल्टा…
Read More » -
प्रखर तेजस्वी राष्ट्रवादी व्यक्तित्व वीर सावरकर
साहित्यकार डॉ उषाकिरण श्रीवास्तव महाराष्ट्र के पुण्य धरा पर नासिक जिले का भांगुर गांव, ब्राह्मण कुल में जन्म हुआ वीर…
Read More » -
साहित्यकार की कलम से : देवभूमि जीवन में क्या आया?
सुनील कुमार माथुर, जोधपुर, राजस्थान देवभूमि जीवन में क्या आयासाहित्य सृजन का अलख जगा दियादिन हो या रात हर वक्तचिंतन…
Read More » -
सीखो गिलहरी-तोते से
डॉ सत्यवान सौरभ पेड़ की डाली पर बैठे, गिलहरी और तोते। न जात पूछी, न मज़हब देखा, बस मिलकर चुग…
Read More » -
कविता : आओ स्कूल चले
डॉ.राजीव डोगरा आओ हम स्कूल चले नव भारत का निर्माण करें। छूट गया है जो बंधन भव का आओ मिलकर…
Read More » -
कविता : जिंदगी की छांव
राजीव कुमार झा यादों के भंवर में डूबते उतराते प्यार के दिन याद आते उनके पास जब कभी जाते जिंदगी…
Read More » -
कविता : किसी को उजाड़ कर बसे तो क्या बसे
प्रियंका सौरभ कभी थे ये हरियाली के गीत, जहाँ पंछियों की थी मधुर प्रीत। पेड़ों की छाँव में बजता था…
Read More » -
प्रेम की रेत में मौत भी नहाती है…
श्री भारमल गर्ग “विलक्षण”, सांचौर (राजस्थान) सत्यपुर की सीमा पर फैला मरुस्थल अनंत की तरह था। रेत के टीलों पर…
Read More » -
कविता : चतुरंग
डॉ. राजीव डोगरा कांगड़ा हिमाचल प्रदेश (युवा कवि लेखक) (हिंदी अध्यापक) गांव जनयानकड़, कांगड़ा हिमाचल प्रदेश जब अपने ही शतरंज…
Read More » -
कविता : विद्यालय स्मृति
डॉ.राजीव डोगरा कांगड़ा हिमाचल प्रदेश (युवा कवि लेखक) (हिंदी अध्यापक) पता-गांव जनयानकड़, कांगड़ा हिमाचल प्रदेश आओ कभी फिर विद्यालय की…
Read More »