
देहरादून। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को अपने आवास पर आयोजित उच्चस्तरीय बैठक में स्पष्ट किया कि जन स्वास्थ्य से कोई समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने जिलाधिकारियों, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिया कि राज्य में नकली दवाओं के उत्पादन व बिक्री के खिलाफ संयुक्त अभियान चलाकर इस पूरे नेटवर्क को ध्वस्त किया जाए। सीएम धामी ने कहा कि नकली दवाओं के कारोबारियों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि आम जनता की जान से खिलवाड़ करने वालों को कड़ा संदेश मिल सके।
बैठक में मुख्यमंत्री ने हाल ही में आई धराली आपदा का विशेष रूप से जिक्र किया। उन्होंने कहा कि प्रभावित परिवारों की पुनर्वास, राहत और आजीविका सुनिश्चित करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसके लिए राजस्व सचिव की अध्यक्षता वाली समिति को शीघ्र रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट के आधार पर अन्य आपदा प्रभावित क्षेत्रों में भी बड़े पैमाने पर राहत और पुनर्वास कार्य शुरू किए जाएंगे।
स्वदेशी अभियान पर जोर
मुख्यमंत्री ने राज्यभर में एक व्यापक स्वदेशी अभियान चलाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि यह आत्मनिर्भर भारत की दिशा में अहम कदम होगा। सरकारी खरीद में स्वदेशी वस्तुओं और उपकरणों को प्राथमिकता दी जाएगी और सभी सरकारी कार्यक्रमों में स्थानीय उत्पादों का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित होगा। सीएम धामी ने अग्निवीरों की ओर भी ध्यान दिलाते हुए कहा कि उनके लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम समय-समय पर पुलिस प्रशिक्षण केंद्र में आयोजित किए जाएं। इससे उनकी क्षमता और कौशल को और मजबूत किया जा सकेगा।
जनता से किए वादों के प्रति प्रतिबद्धता
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को याद दिलाया कि सरकार अपने विजन डॉक्यूमेंट में जनता से किए गए वादों को तेजी से लागू करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि जनता की आकांक्षाओं और भावनाओं को ध्यान में रखते हुए सरकार दृढ़ संकल्प के साथ काम कर रही है।