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पीजी कालेज कर्णप्रयाग परिवार ने ली हिमालय दिवस पर संरक्षण की प्रतिज्ञा

पीजी कालेज कर्णप्रयाग परिवार ने ली हिमालय दिवस पर संरक्षण की प्रतिज्ञा… बुलंदी संस्था के संस्थापक और अंतरराष्ट्रीय कवि बादल बाजपुरी ने अपनी कविता और व्याख्यान के माध्यम से हिमालय के महत्व पर प्रकाश डाला और कहा कि हिमालय की सुरक्षा हमारी सुरक्षा के लिए आवश्यक है। युवा कवयित्री अक्षिता रावत ने भी अपनी कविता के माध्यम से हिमालय की सुरक्षा का सन्देश दिया। #अंकित तिवारी

कर्णप्रयाग/चमोली। डॉ. शिवानंद नौटियाल राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय कर्णप्रयाग में भूगोल विभाग द्वारा आयोजित हिमालय दिवस के कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. वी.एन. खाली ने सभी प्राध्यापकों, कर्मचारियों और छात्र-छात्राओं को हिमालय के संरक्षण एवं संवर्धन की शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि हिमालय हमारे देश का मस्तक है और जीवन का आधार है। हिमालय की ऊँचाइयाँ हमें नई ऊँचाइयाँ छूने की प्रेरणा देती हैं और हमें इसके संरक्षण के हर संभव प्रयास करने चाहिए।

कार्यक्रम के दौरान भूगोल विभाग में छात्र-छात्राओं द्वारा पोस्टर और भाषण प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं, जिसमें छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। प्रोफेसर खाली ने हिमालय के संरक्षण और संवर्धन पर विस्तृत व्याख्यान दिया। बुलंदी संस्था के संस्थापक और अंतरराष्ट्रीय कवि बादल बाजपुरी ने अपनी कविता और व्याख्यान के माध्यम से हिमालय के महत्व पर प्रकाश डाला और कहा कि हिमालय की सुरक्षा हमारी सुरक्षा के लिए आवश्यक है।

युवा कवयित्री अक्षिता रावत ने भी अपनी कविता के माध्यम से हिमालय की सुरक्षा का सन्देश दिया। कार्यक्रम का संचालन विभागाध्यक्ष डॉ. आर. सी. भट्ट ने किया। उन्होंने इस वर्ष की हिमालय दिवस की थीम “हिमालय का विकास दशा एवं दिशा” के बारे में जानकारी दी और कहा कि उच्च हिमालय क्षेत्र में छेड़छाड़ और आवाजाही पर रोक होनी चाहिए। इस क्षेत्र की पारिस्थितिकी की सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी है।

कार्यक्रम के अंत में प्राचार्य प्रो. वी.एन. खाली ने मुख्य वक्ता बादल बाजपुरी और अक्षिता रावत को स्मृति चिन्ह भेंट किए। इस अवसर पर महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. अखिलेश कुकरेती, डॉ. एम.एस. कण्डारी, डॉ. राधा रावत, डॉ. इन्द्रेश कुमार पाण्डेय, डॉ. बी.सी.एस. नेगी, डॉ. नेहा तिवारी पाण्डेय, डॉ. नरेंद्र पंघाल और भूगोल विषय के सभी छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहे।

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पीजी कालेज कर्णप्रयाग परिवार ने ली हिमालय दिवस पर संरक्षण की प्रतिज्ञा... बुलंदी संस्था के संस्थापक और अंतरराष्ट्रीय कवि बादल बाजपुरी ने अपनी कविता और व्याख्यान के माध्यम से हिमालय के महत्व पर प्रकाश डाला और कहा कि हिमालय की सुरक्षा हमारी सुरक्षा के लिए आवश्यक है। युवा कवयित्री अक्षिता रावत ने भी अपनी कविता के माध्यम से हिमालय की सुरक्षा का सन्देश दिया। #अंकित तिवारी

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