उत्तराखण्ड समाचार

शिकारियों के चंगुल में फंसी बाघिन हुई बुरी तरह घायल

शिकारियों के चंगुल में फंसी बाघिन हुई बुरी तरह घायल, बाघिन की उम्र सात से आठ साल बताई जा रही है। बाघिन शिकारियों के फंदे में फंस गई थी, लेकिन किसी तरह वह आजाद हो गई। उसके शरीर में पेट वाले हिस्से में तार अब भी भीतर तक धंसा हुआ है।

देहरादून। विश्व प्रसिद्ध कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में तमाम सुरक्षा उपायों के बाद भी शिकारी बाघों की जान के दुश्मन बने हैं। ऐसा ही एक मामला सामने आया, जिसमें शिकारियों ने एक बाघिन को फंदे में फंसा लिया। खुशकिस्मती से बाघिन बच निकली, लेकिन उसकी जान अब भी खतरे से बाहर नहीं है। बाघिन के शरीर में तार (स्नेयर) धंसा हुआ है। इस घटना से पूरे वन महकमे में हड़कंप मचा हुआ है।

इधर, प्रमुख वन संरक्षक अनूप मलिक की ओर से पूरे मामले की स्वतंत्र एजेंसी से जांच कराने के निर्देश दिए गए हैं। नैनीताल के रामनगर में स्थित कॉर्बेट टाइगर रिजर्व दुनिया में बाघों के स्वच्छंद विचरण के लिए जाना जाता है। लेकिन, यहां भी इनकी जान को खतरा बना हुआ है। कॉर्बेट प्रशासन ने करीब 20 दिन पहले कालागढ़ रेंज में एक बाघिन को ट्रेंकुलाइज कर रेस्क्यू किया है।

बाघिन की उम्र सात से आठ साल बताई जा रही है। बाघिन शिकारियों के फंदे में फंस गई थी, लेकिन किसी तरह वह आजाद हो गई। उसके शरीर में पेट वाले हिस्से में तार अब भी भीतर तक धंसा हुआ है। पार्क प्रशासन की ओर से बाघिन को पकड़कर इलाज किया जा रहा है। चिकित्सकों की देखरेख में इस समय बाघिन ढेला स्थित रेस्क्यू सेंटर में है।

बाघिन के शरीर में धंसे तार को निकालने के लिए उसकी सर्जरी होनी है, लेकिन कॉर्बेट प्रशासन अभी तक इस बारे में कोई फैसला नहीं ले पाया है। बाघिन की तस्वीर में साफ दिखाई दे रहा है कि वह बुरी तरह से घायल है। कॉर्बेट टाइगर रिजर्व प्रशासन ने शिकार की मंसा से इनकार नहीं किया है, लेकिन इसे कॉर्बेट के बाहर बिजनौर (यूपी) के आसपास की घटना बताया है।

हमने बाघिन को सफलतापूर्वक बचा लिया। फिलहाल वह रेस्क्यू सेंटर में चिकित्सकों की देखरेख में है। बाघिन को कुछ दिन पहले ही कैमरा ट्रैप किया गया था। उसके शरीर में एक पुराना तार बुरी तरह से धंसा हुआ है, चिकित्सक बाघिन की सर्जरी पर विचार कर रहे हैं।

– धीरज पांडेय, निदेशक, कॉर्बेट टाइगर रिजर्व

पहले ही दिन रेलवे कर्मचारी खफा, देहरादून में प्रदर्शन…


👉 देवभूमि समाचार में इंटरनेट के माध्यम से पत्रकार और लेखकों की लेखनी को समाचार के रूप में जनता के सामने प्रकाशित एवं प्रसारित किया जा रहा है। अपने शब्दों में देवभूमि समाचार से संबंधित अपनी टिप्पणी दें एवं 1, 2, 3, 4, 5 स्टार से रैंकिंग करें।

शिकारियों के चंगुल में फंसी बाघिन हुई बुरी तरह घायल, बाघिन की उम्र सात से आठ साल बताई जा रही है। बाघिन शिकारियों के फंदे में फंस गई थी, लेकिन किसी तरह वह आजाद हो गई। उसके शरीर में पेट वाले हिस्से में तार अब भी भीतर तक धंसा हुआ है।

Devbhoomi Samachar

देवभूमि समाचार में इंटरनेट के माध्यम से पत्रकार और लेखकों की लेखनी को समाचार के रूप में जनता के सामने प्रकाशित एवं प्रसारित किया जा रहा है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
Verified by MonsterInsights