[box type=”info” align=”alignleft” class=”” width=”100%”] कविता : वक्त बदला तो सब कुछ, मित्र बनाओं तो सोच समझ...
poem
कविता : आया क्रिसमस, लाया खुशियां अपार, चर्च पर रंग बिरंगी रोशनी के बीच, जगमगा रहे हैं...
कविता : नया साल, इस दिन घर के पास जिसे भी देखना उसके पास जाना शायद वह...
कविता : भ्रम टूट गया, अच्छा हुआ चलन नहीं रहा, अब किसी के विश्वास का, खुद के खुदा...
कविता : गर्मी ने ली अंगडाई, सर्दी आई… पंखे, कूलर व एसी बंद हुए, रजाई ने अपना...
कविता : पत्थर, मेरे दर्द से तुझे न मतलब रहा, इंसान तू बहुत खुदगर्ज रहा, तू टुकड़े करता...
कविता : देखो तो जमाना कितना बेईमान हो गया, देखकर इंसान को रब भी परेशान हो गया,...
कविता : बातों में मत उलझाओ हमें, रखी है जो पोटली बांध कर। दर्द वह गंगा में अभी...
कविता : उस निगाह से देख, काफी करीब हैं हम…! बस एक कदम बढ़ाकर तो देख… एक...
कविता : फूलों की माला, हंसता हुआ चेहरा तुम्हारा, चारों दिशाओं में अब यह आकाश भीगा, सारा सर्दी के...