बिहार निर्झरिणी नवरात्र विशेषांक का विमोचन सम्पन्न
बिहार निर्झरिणी नवरात्र विशेषांक का विमोचन सम्पन्न, ई पत्रिका में सरस्वती वंदना, माँ दुर्गा के नव स्वरूपों शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कुष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी कालरात्रि, महागौरी एवं सिद्धिदात्री की आराधना स्वरूप…
दिल्ली। साहित्य संगम संस्थान बिहार इकाई द्वारा सम्पादित बिहार निईरिणी ई मासिक पत्रिका के नवरात्र विशेषांक क़ा ऑनलाइन विमोचन साहित्यकार डॉ. राजेश कुमार शर्मा पुरोहित द्वारा किया गया।
बिहार निर्झरिणी के इस विशिष्ट अंक में दुर्गा माँ के नवरूपो की आराधना सम्बन्धी रचनाओं का सम्पादन बिहार इकाई अध्यक्षा सरोज शुक्ला एवं सह सम्पादन बिहार इकाई के सचिव सत्यप्रकाश शर्मा “सच” द्वारा किया गया। विमोचन करते हुए साहित्यकार डॉ.राजेश शर्मा पुरोहित ने बताया विशेषांक का मुख पृष्ठ अत्यन्त ही सुंदर सज्जित एवं आकर्षक है।
ई पत्रिका में देश के मूर्धन्य रचनाकारो की श्रेष्ठ रचनाएं संकलित की गई । मातारानी की नवरूपो की उपासना कवियों द्वारा दोहा, गीत, सायली छंद, वर्ण पिरामिड, हाइकू, चौपाई आदि छंदों में की गई है, जो अत्यन्त ही रोचक, सरस एवं मनोहारी बन पड़ी है।
पत्रिका के प्रारम्भ में साहित्य संगम संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजवीर सिंह मंत्र ,कार्यकारी अध्यक्ष मिथलेश सिंह मिलिंद एवं उपाध्यक्ष नंदिता माजी शर्मा द्वारा बिहार इकाई पटल के रचनाकारों को सृजनात्मक रचनात्मक लेखन हेतु शुभकामनाएँ दी गई हैं।
ई पत्रिका में सरस्वती वंदना, माँ दुर्गा के नव स्वरूपों शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कुष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी कालरात्रि, महागौरी एवं सिद्धिदात्री की आराधना स्वरूप माहात्म्य एवं भक्ति निरूपण अत्यन्त भाव विभोर करने वाला है।
सम्पादिका सरोज शुक्ला एवं सहसम्पादक सत्यप्रकाश शर्मा सच ने आभार व्यक्त किया। बिहार इकाई अध्यक्षा सरोज शुक्ला ने बताया कि बिहार इकाई पटल पर चार दिन में बिहार निर्झरिणी के टेवन अंकों का अब तक विमोचन हो चुका है।
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