प्रेम का दीपक

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सुनील कुमार माथुर

जीवन में प्रेम , स्नेह व वात्सल्य का भाव न हो तो जीवन नीरस सा लगता हैं इसलिए व्यक्ति को जीवन में प्रेम का दीपक जलाये रखना चाहिए । जहां प्रेम का दीपक निरन्तर व अखंड ज्योत की भांति सदैव जलता रहता हैं वहीं असली मायने में स्वर्ग कहलाता हैं चूंकि जहां प्रेम व स्नेह हैं वहां बेईमानी व छल कपट नहीं हो सकता हैं और जहां छल कपट हैं वहां प्रेम व स्नेह नहीं हो सकता। कहने का तात्पर्य यह है कि दो विपरित बातें कभी भी किसी का न तो भला कर सकती हैं और न ही उनके जीवन में खुशियां ला सकता हैं ।

अतः जीवन में हमेशा ज्ञान का दीपक जलाये रखना चाहिए । जरूरतमंद के मददगार बनें न कि उनकी हंसी उडाये । विपति हर किसी के जीवन में आती हैं । लेकिन उससे घबराना नहीं चाहिए अपितु उससे निपटने की राह अति उत्साह के साथ निकालनी चाहिए । जीवन में हमेशा सेवाभावी बनें और सभी के साथ घुलमिल कर खुशियां बांटे हमारी खुशियां ही हमारे जीवन का सबसे बडा उत्तम उपहार है ।

खुशियों के बिना यह जीवन नीरस सा हैं । जीवन में सूनापन हैं जीवन में धमाल तो होना ही चाहिए । लेकिन धमाल के नाम पर झगड़े, दंगे , मन मुटाव नहीं होना चाहिए । जीवन में केवल सपने ही न देखे वरन् उन्हें साकार करने का भी प्रयास कीजिए । अपनी जिम्मेदारियों से कभी भी पीछे न हटे।

जिसके जीवन में सकारत्मक सोच होती हैं उनका जीवन सदा खुशहाल होता हैं । घर – परिवार में आनंद ही आनंद छाया रहता हैं व दुःख – पीडा व परेशानी का कोई नामो-निशान नहीं होता हैं । ऐसे परिवार में सदैव ईश्वर की कृपा बरसती है ।

मन भावों से भरा रहता हैं । अतः मन में हर वक्त अच्छे भाव होने चाहिए ताकि मन सदा प्रसन्न रहें और चेहरे पर मुस्कान बनी रहें । जो बीत गया हैं उस बात को दिल से न लगाये चूंकि जो हो गया सो हो गया । अब तो वर्तमान की और आगे की सोंचिये । हम से कोई गलती हो गयी हैं तो उसकी पुनरावृत्ति न हो इस बात का ध्यान रखें । जो हो गया हैं उसका अब क्या करें । केवल पश्चाताप के अलावा कुछ भी नहीं है ।

अतः वर्तमान में जीना सीखें । प्रेम व स्नेह एवं भाईचारे की भावना के साथ रहें और प्रेम का दीपक जलाये रखें । सबके साथ मिलजुल कर रहें व सकारात्मक सोच रखें । हर समय अच्छा सोचें और हर कार्य अच्छा ही करें । शान्त स्वभाव रखे और परोपकारी बनें।


¤  प्रकाशन परिचय  ¤

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सुनील कुमार माथुर

लेखक एवं कवि

Address »
33, वर्धमान नगर, शोभावतो की ढाणी, खेमे का कुआ, पालरोड, जोधपुर (राजस्थान)

Publisher »
देवभूमि समाचार, देहरादून (उत्तराखण्ड)

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