फैशन की दुकान खोलकर बैठा ISI का एजेंट, गिरफ्तार
क्राइम ब्रांच पुलिस ने मिलिट्री इंटेलिजेंस के इनपुट, पाकिस्तान भेजता था गोपनीय जानकारियां
फैशन की दुकान खोलकर बैठा ISI का एजेंट, गिरफ्तार, आरोपी इतना शातिर है कि उसने खुद पर किसी को शक ना हो, इसलिए सूरत में साई फैशन नाम से एक दुकान खोली और इसे संचालित करता था।
सूरत। गुजरात के सूरत में मंगलवार को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI का एजेंट पकड़ा गया है। क्राइम ब्रांच ने दक्षिणी कमान की सैन्य खुफिया जानकारी के आधार पर छापा मारा और दीपक किशोर भाई सालुंखे नाम के आरोपी को अरेस्ट कर लिया। क्राइम ब्रांच उससे पूछताछ कर रही है। पुलिस को कई चौंकाने वाली जानकारियों हाथ लगी हैं। पुलिस का कहना है कि आरोपी सूरत में आम नागरिकों की तरह रहकर जासूसी करता था और भारतीय सेना से जुड़ी गुप्त जानकारी पाकिस्तान भेजता था।
जानकारी के मुताबिक, दीपक किशोर भाई सालुंखे (33 साल) सूरत में भुवनेश्वरी नगर इलाके की योगेश्वर पार्क सोसाइटी में रहता है। वो ISI के लिए एक रेजिडेंट एजेंट के रूप में काम कर रहा था। उसकी गतिविधियां भी सामान्य नागरिकों की तरह थी। दीपक सूरत में रहकर एक फाइनेंसियल मॉड्यूल को ऑपरेट कर रहा था, जो महत्वपूर्ण जानकारी देने के लिए एवज में पैसे रिसीव / ट्रांसफर करता था। आईएसआई एजेंट दीपक किशोर पाकिस्तान के दो हैंडलर हामिद और काशिफ के संपर्क में था और इन पाकिस्तानी हैंडलर्स के साथ संवेदनशील सूचनाओं को शेयर करता था।
पाकिस्तानी हैंडलर्स आरोपी से जो भी सूचनाएं मांगते थे, उसके बारे में ये पता करता था। आरोपी इतना शातिर है कि उसने खुद पर किसी को शक ना हो, इसलिए सूरत में साई फैशन नाम से एक दुकान खोली और इसे संचालित करता था। बताते हैं कि दुकान में रहकर आरोपी अपनी जासूसी गतिविधियों को अंजाम दे रहा था। पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है। आगे की कार्रवाई के लिए आईएसआई एजेंट को एसओजी को सौंपा गया है। पुलिस का कहना है कि आरोपी को कोर्ट में पेश किया जाएगा और हिरासत में लेकर आगे की पूछताछ करेंगे। उससे कई बड़ी जानकारियां हाथ लगने की उम्मीद है।
दीपक सालुंके ऑनलाइन मनी ट्रांसफर का काम करता है। ये फेसबुक पर पूनम शर्मा नाम से फेक आईडी के जरिये पाकिस्तान में ISI के लिए काम करने वाले हामिद नामक व्यक्ति के संपर्क में आया था। हामिद ने दीपक से पाकिस्तानी रुपये का ऑनलाइन मनी ट्रांसफर करने के लिए अलग-अलग एकाउंट से कैश के जरिये करीबन 75 हजार 856 रुपये का USDT ट्रांसफर किया। फेसबुक मैसेंजर और फिर वॉट्सएप चैट के जरिये बातचीत होती थी।
हमीद ने दीपक को अपने बारे में बताया कि वो पाकिस्तान की ISI के लिए काम करता है। हमीद ने दीपक से भारतीय सेना के बारे में जानकारी मांगी थी। सूरत के पुलिस कमिश्नर अजय कुमार तोमर ने कहा कि इस मामले में गंभीरता के साथ हर पहलुओं को तलाशा जा रहा है। अब तक की जानकारी में पता चला है कि दीपक ने भारतीय सेना से जुड़ी जानकारी के नाम पर यूट्यूब और गूगल से लिए फोटोग्राफ्स भेजने की बात कही है। महिलाओं के नाम से फेक अकाउंट को लेकर पुलिस आयुक्त ने इसे एक स्टैंडिक टैक्टिस बताया है जिसके जरिये ऐसे लोग फेक आईडी बनाकर संपर्क करते हैं।
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