अच्छा समय – अच्छा इंसान
अच्छा समय – अच्छा इंसान… अगर हमारे काम जैसा हम चाहते हैं वैसा ही हो जाता है़ तो हम कहते है कि समय अच्छा है लेकिन हमारे काम हम जैसा चाहते है वैसा नहीं होता है तो हम कह देते है कि समय खराब चल रहा है। अगर हमारी सोच सकारात्मक सोच है तो कभी भी कोई कार्य गलत नहीं होगा। सुनील कुमार माथुर, जोधपुर, राजस्थान
रिश्ता अच्छे समय से नहीं बल्कि अच्छे इंसान से रखिए, क्योंकि अच्छा इंसान अच्छा समय ला सकता है लेकिन अच्छा समय अच्छा इंसान नहीं ला सकता । हमें हमेंशा अच्छे लोगों से ही मेल मिलाप करना चाहिए और अच्छे लोगों से ही दोस्ती करनी चाहिए। समय कभी भी खराब नहीं होता है। वह सदैव एक सा रहता है।
अगर हमारे काम जैसा हम चाहते हैं वैसा ही हो जाता है़ तो हम कहते है कि समय अच्छा है लेकिन हमारे काम हम जैसा चाहते है वैसा नहीं होता है तो हम कह देते है कि समय खराब चल रहा है। अगर हमारी सोच सकारात्मक सोच है तो कभी भी कोई कार्य गलत नहीं होगा।
चूंकि नकारात्मक सोच ही एक ऐसी सोच है जो व्यक्ति में हीनभावना का संचार करती हैं और उसमें अंहकार, घमंड, क्रोध को पनपा कर व्यक्ति के श्रेष्ठ व्यक्तित्व का विनाश करती है। इसलिए दिमाग की खिड़कियों को खुला रखें और उसमें सकारात्मक ऊर्जा की हवा के झोंके आने दीजिए। व्यक्ति की पहचान उसके गुणों से होती है़ न कि रंग रूप से। इसलिए अच्छे लोगों से सम्पर्क बनाए रखियेगा।
स्मृति शेष : सेवा और सादगी की प्रतिमूर्ति मंजू माथुर का निधन