फेल हुए छात्रों ने टीचर को पेड़ से बांधकर पीटा

झारखंड। दुमका जिले के गोपीकांदर अनुसूचित जनजाति आवासीय उच्च विद्यालय के छात्रों ने टीचर और क्लर्क को पेड़ से बांधकर पीटा. छात्रों का आरोप है कि उन्हें 9वीं कक्षा की परीक्षा के प्रैक्टिकल में टीचर ने नंबर नहीं दिए, जिससे 11 छात्रों को डी ग्रेड मिला. इसी बात से छात्र नाराज थे. उन्होंने टीचर और क्लर्क की पिटाई करके बाद में उन्हें छोड़ दिया.
झारखंड के दुमका जिले में गोपीकांदर अनुसूचित जनजाति आवासीय उच्च विद्यालय के छात्रों ने असिस्टेंट टीचर कुमार सुमन और क्लर्क सोनेराम चौड़े को आम के पेड़ से बांधकर मारपीट की. कुछ देर के बाद ही दोनों को खोल दिया गया, जिसके बाद कुमार सुमन ने गोपीकांदर पहुंचकर अपना इलाज करवाया. छात्रों ने मारपीट का वीडियो भी बनाया है, जो कि सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है.
घटना की सूचना मिलते ही बीडीओ अनन्त कुमार झा, थाना प्रभारी नित्यानंद भोक्ता और बीईईओ सुरेंद्र हेम्ब्रम विद्यालय पहुंचे. उन्होंने इस बारे में विद्यालय के प्रधानाचार्य रामदेव प्रसाद केशरी सहित अन्य टीचरों से पूछताछ की. फिर छात्रों से भी पूछताछ की गई. छात्रों ने बताया कि उन्हें प्रैक्टिकल में नंबर नहीं दिए गए, जिसके कारण वे लोग फेल हो गए.
9वीं कक्षा के छात्रों ने बताया 36 छात्रों ने 9वीं की परीक्षा दी थी. बीते शनिवार को रिजल्ट आया, जिसमें 11 छात्रों का दो विषयों में डी ग्रेड आया. छात्रों सोमवार को विद्यालय के प्राचार्य रामदेव प्रसाद केशरी से मिले. उन्होंने बताया कि टीचर कुमार सुमन उन्होंने नम्बर दिए हैं. फिर छात्र टीचर कुमार सुमन के पास गए. उन्होंने टीचर से नंबर को लेकर बात की, जो कि बिगड़ती चली गई. टीचर और छात्रों में बहस शुरू हो गई. फिर छात्र क्लर्क सोनेराम चौड़े से मिले. उन्होंने भी कोई भी कागजात दिखाने से साफ मना कर दिया, जिसके बाद छात्रों ने अपना आपा खो दिया. छात्रों ने कुमार सुमन और लिपिक सोनेराम चौड़े के साथ हाथपाई करते हुए उन्हें विद्यालय परिसर में आम के पेड़ से बांधकर खूब पीटा.
टीचर कुमार सुमन ने गोपीकांदर सीएचसी पहुंचकर अपना इलाज कराया. विद्यालय में कुमार सुमन तत्काल सहायक शिक्षक में कार्यरत हैं. बता दें कि 5 अप्रैल 2022 को सुमन को प्राचार्य के पद से हटा दिया गया था. कुमार सुमन के खिलाफ विद्यालय के छात्रों ने जातिसूचक गाली-गलौज और सही समय पर भोजन नहीं देने का आरोप लगाते हुए गोपीकांदर थाना को एक आवेदन सौंपा था. कुमार सुमन के खिलाफ थाने में मामला भी दर्ज है.