साहित्य लहर
साहित्य लहर श्रेणी के अन्तर्गत हिन्दी साहित्य (Hindi literature) और साहित्यकारों की रचनाओं का प्रकाशन किया जाता है। जिसमें कहानी (stories), कविता (poems), लघुकथा और ग़ज़लों (short stories & ghazals) का प्रकाशन होता है।
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कविता : स्वाधीन कलम
स्वाधीन कलम जब चलती है सच को सच, झूठ को झूठ लिखती है। अंतर्मन में होता जो,प्रकट उसे करती है…
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कविता : मजदूर
वक्त और हालात से मजबूर है कितना बेबस मजदूर है। दो जून की रोटी के खातिर सदा रहता अपनों से…
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गीत : तूने सब खंडित कर डाला
धरती का वक्ष स्थल कर छननी जननी को दंडित कर डाला। क्या सोच रहा है मनुज आज तूने सब खंडित…
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कविता : प्रभु की लीला
हे मेरे प्रभु! अनौखी है तेरी लीला रोते को तू हंसाता हैं रोगी को तू नया जीवन दान देता हैं…
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कविता : मजदूरन की बेटी रधिया
छोटी सी रधिया रोज आती थी अपनी मां के साथ मैं भी चुपके घर वालों से आंखें बचाकर निकल जाती…
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कविता : मां
पैसे से रोटी खरीदी जा सकती हैं लेकिन मां का प्यार और स्नेह नहीं मां जब व्यंजन बनाती हैं तब…
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कविता : गुमनाम
ग्रीष्म का मौसम तुम्हें अपने ताप से दिनभर बेहाल करता बहते पसीने से दुपहरी तरबतर होती रात में तुम एयरकंडीशंड…
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कविता : भारत मां के सपूतों
सुन लो भारत मां के सपूतों एक दिन ऐसा आयेगा, राम धुन घर-घर में होगा आज नहीं तो कल होगा।…
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कविता : परिवर्तन
परिवर्तन की हवा चली है कमल फूल से उड़ी सुगंध, जागरुक हो रहा है जन-जन जाग रहा है हिन्दुस्तान। हाथ…
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कविता : मतदान
आओ लोक पर्व की बात करें हम मिलजुल कर मतदान करें, ई वी एम का बटन दबाकर नोटा से नहीं…
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