साहित्य लहर

सर्वहितकारी गणेश आराधना

डॉ. रीना रवि मालपानी

प्रथम पूज्य की साधना है हमारे लिए वरदान।
रिद्धी-सिद्धि के दाता बना सकते जीवन आसान॥
शिवशंभू ने दिया गणेशजी की अग्र पूजा का विधान।
विघ्नहर्ता तो त्वरित करते समस्याओं का समाधान॥
सत्य और नित्य बोध स्वरूप है पार्वतीसुत।
उनकी पूजा अर्चना करती धन-वैभव से युक्त॥
एकाग्रता की वृद्धि में होते गौरी नन्दन सहायक।
दूर्वा से त्वरित प्रसन्न होते है विनायक॥
शमी पत्र चढ़ाने से करते लंबोदर अर्थ में वृद्धि।
अनन्य निष्ठा भाव से की आराधना देती सर्वत्र प्रसिद्धि॥
जब हो बुध के संग राहू और केतू का योग।
जड़दोष से मुक्ति का गजमुख बना देंगे संयोग॥
अथर्वशीष पाठ से की जाती वांछित मनोकामना।
गणेश स्वयं देते संदेश की साहस से करें संघर्षों का सामना॥
गणनायक देते शिक्षा, की गुणो से बनता इंसान महान।
सत्कर्मों से हम बदल सकते स्वयं का भाग्य विधान॥
एकदंत को श्रद्धाभाव से करें मोदक अर्पित।
डॉ. रीना कहती, सारे संकट को कर दे गणराज को समर्पित॥

प्रेषक : रवि मालपानी, सहायक लेखा अधिकारी, रक्षा मंत्रालय (वित्त) * 9039551172

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