आफताब ने मैदानगढ़ी के तालाब में फेंका था श्रद्धा का सिर
आफताब ने मैदानगढ़ी के तालाब में फेंका था श्रद्धा का सिर, दूसरी ओर पुलिस महरौली के जंगलों में भी लगातार सर्च ऑपरेशन चला रही है. आफताब ने इसी जंगल में श्रद्धा के शव के टुकड़ों को फेंका था.
नई दिल्ली। श्रद्धा मर्डर केस में दिल्ली से महाराष्ट्र, हिमाचल तक जांच का सिलसिला जारी है. अब तक आफताब के फ्लैट से महरौली के जंगलों तक सर्च कर रही दिल्ली पुलिस अचानक से रविवार को साउथ दिल्ली के मैदानगढ़ी में पहुंची और यहां एक तालाब को खाली कराने में जुट गई. सूत्रों के मुताबिक, पुलिस पूछताछ में आरोपी आफताब ने श्रद्धा का सिर इसी तालाब में फेंकने की बात कुबूली है.
यह तालाब महरौली के पास ही है. ऐसे में दिल्ली पुलिस रविवार को एमसीडी कर्मचारियों के साथ यहां पहुंची और तालाब का पानी बाहर निकालकर इसे खाली कराने में जुट गई. गांव के आरडब्ल्यूए अध्यक्ष महावीर प्रधान ने बताया कि हमें पता चला है कि तालाब में शरीर के कुछ टुकड़े फेंके गए हैं और उनकी तलाश की जा रही है. इस तालाब से आसपास के इलाकों में पानी की सप्लाई की जाती है. पुलिस इसका पानी निकालकर इसे खाली कर रही है. हम पुलिस की मदद कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि शव के टुकड़े खोजने के लिए तालाब को खाली करने के अलावा भी अन्य विकल्प हैं. गोताखोरों की मदद से शव के टुकड़े खोजे जा सकते हैं.
दूसरी ओर पुलिस महरौली के जंगलों में भी लगातार सर्च ऑपरेशन चला रही है. आफताब ने इसी जंगल में श्रद्धा के शव के टुकड़ों को फेंका था. पुलिस ने अब तक जंगल से सिर का कुछ हिस्सा और शव के कुल 17 टुकड़े बरामद किए हैं. पुलिस और सबूत जुटाने के लिए आफताब को लेकर महरौली के उस फ्लैट में पहुंची, जहां वह श्रद्धा के साथ रहता था और वहीं उसने उसकी हत्या की.
समाचार एजेंसी के मुताबिक, नार्को टेस्ट की तैयारियों में जुटी दिल्ली पुलिस ने फॉरेंसिक टीम के अधिकारियों के साथ बैठक भी की. पुलिस को उम्मीद है कि आफताब के नार्को टेस्ट से कई अहम सबूत मिल सकते हैं. रोहिणी फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी के एक अधिकारी ने बताया कि हम दिल्ली पुलिस के साथ नार्को टेस्ट की तैयारियों में जुटे हैं. यह बैठक उसी को लेकर थी. दिल्ली की साकेत कोर्ट ने गुरुवार को आफताब का 5 दिन के अंदर नार्को टेस्ट कराने का आदेश दिया था, साथ ही थर्ड डिग्री का इस्तेमाल न करने के लिए कहा था.
दिल्ली पुलिस की एक टीम महाराष्ट्र पहुंच गई है. यहां पुलिस ने पालघर में श्रद्धा के करीबी कुछ लोगों के बयान दर्ज किए. टीम वसई भी पहुंची. जहां दिल्ली आने से पहले श्रद्धा और आफताब कुछ दिन रहे थे. पुलिस ने शनिवार को चार लोगों से पालघर में पूछताछ की. इनमें से दो पुरुष थे, जिनसे श्रद्धा ने 2020 में मारपीट के बाद मदद मांगी थी. आफताब ने 18 मई को श्रद्धा की गलादबाकर हत्या कर दी थी. इसके बाद उसने शव के 35 टुकड़े कर दिए थे. आफताब ने श्रद्धा के शव को फ्रिज में करके रखा था. वह रोज रात को शव का एक टुकड़ा महरौली के जंगल में फेंकने जाता था. ये सिलसिला करीब 20 दिन तक जारी रहा. इतना ही नहीं वह श्रद्धा की हत्या के बाद भी उसी फ्लैट में रह रहा था.
दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, आफताब ने पूछताछ में बताया कि वह श्रद्धा से नफरत करने लगा था. इसलिए उसने श्रद्धा की हत्या के बाद उसकी तस्वीर भी जला दी थी. आफताब ने जो तीन तस्वीरें जलाईं, उनमें से दो श्रद्धा की उत्तराखंड की यात्रा के दौरान की थीं. जबकि तीसरी फोटो आफताब और श्रद्धा की मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया की थी. पूछताछ में आफताब ने बताया कि वह श्रद्धा की हत्या से संबंधित सभी सबूत मिटाना चाहता था. पुलिस ने आफताब के घर से श्रद्धा का एक बैग बरामद किया है. इसमें उसके जूते और कपड़े हैं.
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