लघु सचिवालय के बाहर टकराव का मामला
हिसार (हरियाणा)। हरियाणा के हिसार के कापड़ो गांव के विक्रम हत्याकांड में आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर लघु सचिवालय के बाहर हुए बुधवार को हिंसक प्रदर्शन के मामले में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ शिकंजा कस दिया है।
पुलिस ने सरकारी कामकाज में बाधा पहुंचाने, पुलिस वालों पर हमला और प्रदर्शनकारियों को उकसाने के आरोप में चार नामजद सहित करीब 200 अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर मामले की छानबीन प्रारंभ कर दी है। वहीं, पुलिस ने एक आरोपी छगेराम को गिरफ्तार कर गुरुवार को अदालत में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
सिविल लाइन थाना पुलिस ने पुलिस लाइन के कंपनी कमांडर इंस्पेक्टर कंवल सिंह की शिकायत पर अनुसूचित जाति के नेता एडवोकेट बजरंग इंदल, खरड़ अलीपुर गांव निवासी प्रदीप भानखड़, मिल गेट निवासी संतलाल आंबेडकर व कापड़ो गांव निवासी छगेराम समेत 200 के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया है। पुलिस को दी शिकायत में कंवल सिंह ने बताया कि कापड़ो गांव निवासी विक्रम की हत्या का हांसी पुलिस ने केस दर्ज कर रखा है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। अनुसूचित जाति संगठनों के नेता एडवोकेट बजरंग इंदल, प्रदीप भानखड़ व संतलाल आंबेडकर ने 21 सितंबर को इस मामले को लेकर हिसार बंद व चक्काजाम का एलान किया।
इसी के मद्देनजर बुधवार को वह, सब इंस्पेक्टर जय भगवान, एएसआई मदन सिंह, सुराजुदीन, जगदीश समेत करीब 60 महिला-पुरुष पुलिस कर्मचारियों के साथ इंस्पेक्टर आसिम खान के नेतृत्व में लघु सचिवालय के मुख्य द्वार पर ड्यूटी पर तैनात थे। दोपहर बाद करीब तीन बजे भीम आर्मी के प्रदीप भानखड़, संतलाल व छगेराम के नेतृत्व में करीब 200 लोग नारेबाजी करते हुए लघु सचिवालय के मुख्य द्वार पर पहुंचे और डीसी से मिलने पर अड़े रहे।
इस दौरान डीसी एक बैठक में व्यस्त थे। इस दौरान उक्त नेताओं ने सरकार व प्रशासन के खिलाफ भड़काऊ भाषण दिया और अपने साथियों को लघु सचिवालय के अंदर जाने का आह्वान किया। इस बीच प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। भीड़ को हटाने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। इस दौरान आरोपी छागेराम को मौके से ही गिरफ्तार कर लिया गया। पथराव में सिपाही अमीर सिंह, हिम्मत सिंह, होमगार्ड कर्मी बंसीलाल, एसपीओ ओमप्रकाश व अन्य घायल हो गए थे।
11 प्रदर्शनकारियों ने कराई मेडिकल जांच
नागरिक अस्पताल में गुरुवार को धरने पर बैठे कापड़ो गांव के विक्रम के परिजनों ने एलान किया है कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती धरना प्रदर्शन जारी रहेगा। इसके अलावा शव भी नहीं उठाएंगे। गुरुवार को प्रदर्शनकारियों की ओर से 11 लोग मेडिकल करवाने के लिए नागरिक अस्पताल पहुंचे। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस लाठीचार्ज में घायल हुए हैं।
विक्रम के परिजन विक्की, सोनू, सज्जन ने आरोप लगाया कि बुधवार को पुलिस ने साजिश के तहत हमारे साथियों पर हमला किया, बाद में जो हुआ वो एक्शन का रिएक्शन था। लघु सचिवालय गेट के दोनों तरफ सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। पुलिस उनकी वीडियो फुटेज मीडिया को उपलब्ध करवाए तो सच्चाई सामने आ जाएगी।
वहीं, एडवोकेट बजरंग इंदल ने बताया कि उनके पक्ष के सुमेर चंद, देवीलाल बागड़ी, जयवीर, सलीन, सतपाल, सोनू, सुनील, राजपाल, बलराज, शांति, सुरेश को पुलिस लाठीचार्ज में चोट आई है। इन सभी का मेडिकल कराया गया है। सरकार के इशारे पर पुलिस ने पीड़ित पक्ष और प्रदर्शनकारियों को डराने और आवाज दबाने के लिए केस दर्ज किया है।