एक साथ दुल्हनिया लेने निकले 51 दूल्हे

एक साथ दुल्हनिया लेने निकले 51 दूल्हे, ऐसे में जब भी कोई उनसे पूछता कि आपने ये फैसला कैसे लिया तो वो बोली क्यों हाथ नहीं है तो क्या साथ तो है। कुछ साल पहले नमिता की दोस्ती विशाल से हुई। ये दोस्ती धीरे-धीरे प्यार में बदल गई।

देहरादून। जब 51 दूल्हे एक साथ घोड़ी पर सवार होकर अपनी-अपनी दुल्हन लेने पहुंचे तो हर कोई देखता रह गया। मौका था श्री श्री बालाजी सेवा समिति की ओर से कराए गए निर्धन कन्याओं के सामूहिक विवाह का। इस मौके पर दुल्हनों की आंखे भी नम थी, उनका कहना था कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि इतने भव्य तरीके से उनका विवाह हो सकेगा।

वहीं, निर्धन कन्याओं के विवाह में एक जोड़ी बेहद खास थी। ये जोड़ी थी तुनवाला में रहने वाली 25 वर्षीय नमिता और विशाल की। नमिता के माता-पिता नहीं होने की वजह से उनके चाचा ने उनको पाला और अब उसने जीवन में ऐसा जीवनसाथी चुना कि उसको अपने फैसले पर नाज है। नमिता के जीवनसाथी विशाल के दोनों हाथ नहीं हैं।

ऐसे में जब भी कोई उनसे पूछता कि आपने ये फैसला कैसे लिया तो वो बोली क्यों हाथ नहीं है तो क्या साथ तो है। कुछ साल पहले नमिता की दोस्ती विशाल से हुई। ये दोस्ती धीरे-धीरे प्यार में बदल गई। जिसके बाद दोनों ने सात जन्मों तक साथ रहने का वादा किया। नमिता के पति विशाल साइबर कैफे का संचालन करते हैं।

रविवार को सहारनपुर चौक के समीप स्थित हिंदू नेशनल इंटर कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह की पत्नी गीता धामी ने सभी जोड़ों को आशीर्वाद दिया। उन्होंने कहा कि ये निर्धन नहीं बल्कि बेहद ही धनवान कन्याएं हैं। इनके सिर पर बालाजी सेवा समिति के माध्यम से हजारों लोगों का आशीर्वाद है। हिंदू रीति रिवाज के साथ धूमधाम से इन बेटियों की शादी हुई।

सांसद नरेश बंसल, विधायक खजानदास, विधायक दुर्गेश लाल, विधायक सविता कपूर, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सूर्यकांत धस्माना, संग्राम सिंह पुंडीर ने भी वर-वधु को आशीर्वाद दिया। इससे पहले दोपहर 12 बजे समिति ने मायके वालों की रस्म निभाते हुए बारात का स्वागत किया। एक बजे मांगल गीत की परंपरा शुरू हुई। प्रीतिभोज के पश्चात सात फेरे और विदाई हुई। समिति के अध्यक्ष अखिलेश अग्रवाल ने बताया कि अगले वर्ष 108 कन्याओं का विवाह कराया जाएगा।



उत्तरकाशी की रहने वाली कीर्ति के पिता ड्राइवर हैं। कीर्ति ने बताया कि वे छह भाई-बहन हैं। ऐसे में वह कभी नहीं सोच सकती थी कि उसके सपनों का राजकुमार इस तरह से उसको लेने आएगा। बड़े-भाई बहनों के बाद उसकी ही शादी इस तरह से हुई है। अतुल्यम रिजॉर्ट के संचालक श्रवण वर्मा ने बताया कि समिति के साथ मिलकर अप्रैल में रिजॉर्ट में 11 निर्धन कन्याओं का विवाह कराया जाएगा।



इस मौके पर मनोज खंडेलवाल, चंद्रेश अरोड़ा, श्रवण वर्मा, ओमप्रकाश गुप्ता, पंकज गुप्ता, उमाशंकर, रामपाल धीमान, सचिन गुप्ता, सौरव गुप्ता, प्रियम क्षेत्री, अशोक नागपाल, ममता गर्ग, रश्मि अरोड़ा, कविता खंडेलवाल, सचिन गुप्ता आदि मौजूद रहे।

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एक साथ दुल्हनिया लेने निकले 51 दूल्हे, ऐसे में जब भी कोई उनसे पूछता कि आपने ये फैसला कैसे लिया तो वो बोली क्यों हाथ नहीं है तो क्या साथ तो है। कुछ साल पहले नमिता की दोस्ती विशाल से हुई। ये दोस्ती धीरे-धीरे प्यार में बदल गई।

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