अधजले शवों का खौफनाक मंजर देख किसान की हार्ट अटैक से मौत…
अधजले शवों का खौफनाक मंजर देख किसान की हार्ट अटैक से मौत… छावनी नागरिक अस्पताल में मृतकों का पोस्टमार्टम पुलिस ने फॉरेंसिक एक्सपर्ट डॉक्टरों के पैनल से करवाया। पुलिस ने पूरे पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी करवाई। पैनल में शामिल डॉक्टरों का कहना था कि सभी का गला रेता हुआ था।
अंबाला। अंबाला में दो एकड़ जमीन को लेकर एक रिटायर्ड फौजी ने कत्लेआम मचाया। उसने पत्नी और रिश्तेदारों के साथ मिलकर अपने छोटे भाई के पूरे परिवार को मार डाला। बचाने आई मां को भी नहीं बख्शा। पिता ने भागकर जान बचाई। हत्या के बाद आरोपी ने सभी के शवों को भी जलाने का प्रयास किया। वारदात के बाद इलाके में सनसनी मच गई। मौके पर भीड़ लग गई। सूचना पर पुलिस भी पहुंच गई।
उधर, मृतकों से महज 500 कदम की दूरी पर एक बुजुर्ग किसान ताराचंद भी अपने परिवार के साथ खेतों में घर बनाकर रहता है। सोमवार को हार्ट अटैक से उसकी मौत हो गई। शाम के समय परिजनों ने उनका संस्कार किया। बताया जाता है कि हत्याओं की सूचना के बाद वह भी मौके पर पहुंचा था। शवों के जले हुए मंजर और जमीन को लेकर हुई हैवानियत को देखकर वह सहमा हुआ था। घर जाकर उसकी तबीयत खराब हो गई और फिर हार्ट अटैक से उसकी मौत हो गई।
नारायणगढ़ के रतोर गांव में बड़े बेटे द्वारा परिवार के छह लोगों की हत्या ने ग्रामीणों और रिश्तेदारों को झकझोर कर रख दिया है। छोटे भाई के साथ ही उसकी पत्नी और बच्चों की हत्या के बाद आरोपी ने मां को भी मार डाला। वहीं पिता जख्मी हालत में उपचाराधीन है। ऐसे में रिश्तेदारों और ग्रामीणों में दिन भर शवों के अंतिम संस्कार को लेकर चरचा चलती रही। इसके बाद सोमवार की रात आठ बजे के करीब सभी छह शवों का एक ही चिता पर अंतिम संस्कार कर दिया गया।
यह चिता भी हरीश की जमीन में तैयार की गई थी। सुबह से मुखाग्नि देने को लेकर रिश्तेदारों में चर्चा चलती रही। आखिर में मृतका के मौसेरे भाई जीवन ने मुखाग्नि दी। उसने बताया कि उसने ही हरीश के साथ सोनिया की शादी करवाई थी। छावनी नागरिक अस्पताल में मृतकों का पोस्टमार्टम पुलिस ने फॉरेंसिक एक्सपर्ट डॉक्टरों के पैनल से करवाया। पुलिस ने पूरे पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी करवाई। पैनल में शामिल डॉक्टरों का कहना था कि सभी का गला रेता हुआ था। साथ ही शव झुलसे हुए थे।
नारायणगढ़ के रतोर गांव से पहले 27 अगस्त 2022 को सिटी के बलाना गांव में भी इस तरह की घटना ने लोगों को झकझोर दिया था। उस समय भी गांव में एक ही परिवार के छह सदस्यों की एक साथ हत्या हो गई थी। व्यक्ति सुखविंद्र ने लेनदेन से परेशान होकर पिता 65 वर्षीय संगत राम, मां महिंद्रो कौर, पत्नी रीना, बच्ची पांच वर्षीय अस्मीत उर्फ आशु और सात वर्षीय जसमीत उर्फ जस्सी को गला घोंट कर हत्या कर दी थी। बाद में सुखविंद्र ने खुद भी कमरे में पट्टे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी।
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