शिक्षक बच्चों में पुस्तक पढने की आदत विकसित करें : पाखी जैन
शिक्षक बच्चों में पुस्तक पढने की आदत विकसित करें : पाखी जैन… जिस विधार्थी के सर्वाधिक अंक आये उसे पुरस्कृत किया जायें तो इससे बच्चों में बाल साहित्य की पुस्तकें पढने की आदत विकसित होगी। उन्होंने यह उद् गार राजसमन्द में आयोजित बाल साहित्य समागम में व्यक्त किए। इस अवसर पर बाल साहित्यकार पाखी…
जोधपुर। बाल साहित्यकार पाखी जैन ने कहा कि बच्चों में बाल साहित्य की पुस्तकें पढने की आदत विकसित करने के लिए शिक्षक गण विधालय में हाजरी के समय पुस्तकालय से पुस्तकें लाकर विधार्थियों में वितरित करें और फिर सप्ताह दो सप्ताह बाद उन्हीं पुस्तकों पर आधारित प्रश्न बच्चों से पूछे जाये।
जिस विधार्थी के सर्वाधिक अंक आये उसे पुरस्कृत किया जायें तो इससे बच्चों में बाल साहित्य की पुस्तकें पढने की आदत विकसित होगी। उन्होंने यह उद् गार राजसमन्द में आयोजित बाल साहित्य समागम में व्यक्त किए। इस अवसर पर बाल साहित्यकार पाखी जैन को बाल साहित्य भेंट कर सम्मानित किया गया।
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