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उत्तराखण्ड समाचार

प्री-मानसून की बारिश को तरसे लोग, चार दिन तक गर्मी से राहत के आसार नहीं

प्री-मानसून की बारिश को तरसे लोग, चार दिन तक गर्मी से राहत के आसार नहीं… महीने के पहले दिन दून में शाम के समय बारिश की बौछार हुई तो लोगों ने थोड़ी राहत की सांस ली थी। इसका असर रात के न्यूनतम तापमान में भी देखा गया था। 

देहरादून। चिलचिलाती गर्मी के बीच राहत पाने के लिए मैदान से लेकर पहाड़ों तक लोग प्री मानसून की बारिश की आस लगाए हैं, लेकिन आसमान से पूरे उत्तराखंड में सिर्फ आग ही बरस रही है। आलम यह है कि जून में अभी तक सिर्फ एक ही दिन मेघ बरसे हैं।

उधर, मौसम वैज्ञानिकों का कहना है अभी फिलहाल अगले कुछ दिनों तक बारिश की संभावना नहीं है। मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से जारी पूर्वानुमान के अनुसार प्री-मानसून की बारिश की संभावना कम है। इसके चलते मैदान से लेकर पहाड़ तक गर्मी से राहत के आसार कम हैं।

आंकड़ों पर नजर डालें तो जून की शुरुआत से कुछ एक दिनों को छोड़ दून का तापमान 40 डिग्री के पार रहा है। बीते बृहस्पतिवार को तो 121 साल बाद दून का अधिकतम तापमान 42 डिग्री के पार पहुंच गया। शुक्रवार को भी यह सिलसिला जारी रहा और यहां का अधिकतम तापमान सामान्य से आठ डिग्री अधिक 43 डिग्री दर्ज किया गया। इसके चलते दिन के साथ रात को भी गर्म हवाओं ने जमकर झुलसाया।

मौसम विज्ञान केंद्र के आंकड़ों की बात करें तो अभी प्रदेशभर में 53.7 एमएम बारिश हो जानी चाहिए थी, लेकिन अब तक सिर्फ 16.9 एमएम बारिश ही हुई है, जो कि सामान्य बारिश से 68 फीसदी कम है। इसमें से हरिद्वार जिले में तो न के बराबर सिर्फ 0.2 एमएम बारिश हुई। जबकि, देहरादून में 17 एमएम बारिश हुई। उधर शनिवार को भी दून का अधिकतम तापमान 43 और न्यूनतम 26 डिग्री रहने के आसार हैं।

यह रहा तापमान

शहर  —–  अधिकतम —–  न्यूनतम
देहरादून —–  43.0 —–  26.0
पंतनगर —–  41.0 —–  24.0
मुक्तेश्वर —–  32.2 —–  18.6
नई टिहरी —–  31.6 —–  21.5



महीने के पहले दिन दून में शाम के समय बारिश की बौछार हुई तो लोगों ने थोड़ी राहत की सांस ली थी। इसका असर रात के न्यूनतम तापमान में भी देखा गया था। सामान्य से छह-सात डिग्री अधिक रहने वाला न्यूनतम तापमान दो डिग्री अधिक के साथ 24.4 डिग्री रिकॉर्ड किया गया था।

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देवभूमि समाचार में इंटरनेट के माध्यम से पत्रकार और लेखकों की लेखनी को समाचार के रूप में जनता के सामने प्रकाशित एवं प्रसारित किया जा रहा है।

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