पुस्तक समीक्षा : प्रकृति मेल
सम्पादक मंडल का प्रयास काफी अच्छा व सराहनीय है। कागज भी उत्तम क्वालिटी का है तथा छपाई, गेट अप व मेकअप भी काफी सुन्दर है।
प्रकृति मेल मासिक पत्रिका प्रकृति से संबंधित रचनाओं को प्रमुखता से प्रकाशित करती है। वही दूसरी ओर नये रचनाकारों को भी प्रोत्साहन देती हैं. 64 पृष्ठीय इस पत्रिका में हर माह पाठकों को कहानी, कविताएं, ध्यान, योग, शिक्षा, विज्ञान, आत्मकथा, होम्योपैथी चिकित्सा, योग और जीवन जैसे अनेक महत्वपूर्ण विषयों पर ढेरों प्रेरणादायक, ज्ञानवर्धक व शिक्षाप्रद सामग्री मात्र बीस रूपए प्रति अंक परोसी जा रही है, वह भी मय चित्रों के।
इसके अलावा पाठकनामा, दो टूक, कार्टून, सूत्र वाक्य, जिज्ञासा- प्रश्न हमारे उत्तर अशोक मानव के, सरोकार व पुस्तक समीक्षा जैसी ढेरों सामग्री पाठकों को परोसी जा रही है। पत्रिका का मुख पृष्ठ काफी सुन्दर है। इसके अलावा प्राकृतिक सौन्दर्य व प्रकृति के रंग भी देखने को मिलते हैं।
सम्पादक मंडल का प्रयास काफी अच्छा व सराहनीय है। कागज भी उत्तम क्वालिटी का है तथा छपाई, गेट अप व मेकअप भी काफी सुन्दर है।
प्रकृति मेल
पृष्ठ संख्या : 64, शुल्क प्रति अंक : 20 रुपए, वार्षिक शुल्क : 220 रूपये
सम्पादकीय कार्यालय : ए, 18 ब्रहपुरी निकट जुगौली रेलवे क्रासिंग, रविन्द्र पल्ली, फैजाबाद रोड़, लखनऊ
समीक्षक : सुनील कुमार माथुर
33 वर्धमान नगर, शोभावतों की ढाणी, खेमे का कुंआ, पालरोड, जोधपुर, राजस्थान