साहित्य लहर
कविता : गुरु साहिब के योद्धा पुत्र
एक-एक योद्धा बालक ने जब, रणभूमि में हूंकार भरी, दुश्मनों के छक्के छुड़ा दिए पिता गुरु साहिब का मान बढा। #डा उषा किरण श्रीवास्तव, मुजफ्फरपुर, बिहार
वीर बालक अजीत सिंह ने
दुनिया को दिखला दिया,
दस-दस की टुकड़ी सेना से
दस लाख को झुका दिया।
धर्म-संस्कृति बचाने के लिए
लहू की होली खेल गया,
बड़े-बड़े सूरमाओं को
चमकौर में पानी पिला दिया।
जब-तक धरती आकाश रहे
योद्धा जुझार सिंह का नाम रहे,
दोनों वीर योद्धा बालक को
इतिहास भुला न पायेगा।
एक-एक योद्धा बालक ने जब
रणभूमि में हूंकार भरी,
दुश्मनों के छक्के छुड़ा दिए
पिता गुरु साहिब का मान बढा।