
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) अजमेर इकाई ने बुधवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए ग्राम विकास अधिकारी (वीडीओ) सोनाक्षी यादव को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया। अधिकारी पर आरोप है कि उसने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत परिवादी की मकान राशि पास करने के नाम पर कुल 2500 रुपये की रिश्वत मांगी थी।
शिकायतकर्ता के अनुसार, आरोपिता ने पहले ही 500 रुपये ले लिए थे और शेष राशि बाद में देने को कहा था। सत्यापन के बाद एसीबी ने योजना बनाकर ट्रेप कार्रवाई की। इस दौरान जब अधिकारी परिवादी से 1000 रुपये ले रही थी, तभी टीम ने मौके पर ही उसे पकड़ लिया और रकम बरामद कर ली।
कार्रवाई डीआईजी अनिल कयाल की सुपरवीजन और निरीक्षक कंचन भाटी के नेतृत्व में की गई। एसीबी महानिदेशक पुलिस स्मिता श्रीवास्तव ने बताया कि आरोपी अधिकारी से पूछताछ की जा रही है और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर आगे की जांच की जाएगी।
एसीबी ने आम जनता से अपील की है कि यदि किसी सरकारी कर्मचारी या अधिकारी द्वारा रिश्वत मांगी जाती है तो तुरंत शिकायत दर्ज कराएं। ब्यूरो शिकायतकर्ता की पहचान गुप्त रखकर कार्रवाई करता है। राजस्थान में इन दिनों एसीबी का विशेष अभियान चल रहा है, जिसके तहत लगातार विभिन्न विभागों में भ्रष्टाचार के मामलों पर सख्ती से कार्रवाई की जा रही है।
मुलताई में कुछ बैंक, कुछ शॉपिंग कॉम्प्लेक्स बिना पार्किंग के संचालित हो रहे हैं, तथा कुछ लोगों ने पार्किंग के लिए जगह बहुत कम दी है। जो वाहन पार्किंग के लिए पर्याप्त नहीं है। इससे ग्राहको को वाहन खड़े करने में बहुत परेशानी होती है। आखिर बिना पार्किंग के बैंक कैसे संचालित हो रहे हैं। ये तो नियमों का उल्लघंन हो रहा है। सड़क किनारे वाहन खड़े करने से यातायात व्यवस्था प्रभावित होती है। कई बार दुर्घटना तक हो जाती है। सरकारी जमीन पर वाहन खड़े हो रहे हैं । जबकि जिस भवन मे बैंक संचालित होती है उसकी स्वयं की पार्किंग होना जरूरी है। मुलताई में संचालित सभी बैंकों की पार्किंग व्यवस्था की जांच होना चाहिए।
कुछ बेसमेंट बिना अनुमति के बने हैं। कुछ व्यावसायिक भवनों के नक्शे बिना पार्किंग दिए पास हुए हैं। कुछ लोगों ने सरकारी जमीन पर पक्का अतिक्रमण कर लिया है। जांच होना चाहिए।
रवि खवसे, मुलताई (मध्यप्रदेश)