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उत्तराखंड में आज से मौसम में बदलाव की शुरुआत होगी, पर्वतीय इलाकों में हल्की बारिश और 3200 मीटर से ऊपर बर्फबारी की संभावना है। पश्चिमी विक्षोभ और शीतलहर के कारण प्रदेशभर में तापमान में गिरावट का दौर जारी रहेगा।
- पश्चिमी विक्षोभ का असर बढ़ा: सूखी ठंड के बीच बारिश और बर्फबारी की संभावना
- सात और आठ दिसंबर को ऊँचे इलाकों में मौसम फिर बिगड़ेगा, तापमान और गिरेगा
- उत्तराखंड में ठंड बढ़ाने को तैयार मौसम, कई जिलों में शीतलहर
- बदलते मौसम पैटर्न का प्रभाव: अक्टूबर-नवंबर में नहीं हुई सर्दियों की बारिश
देहरादून | उत्तराखंड में शुक्रवार से मौसम एक बार फिर करवट लेने जा रहा है। प्रदेश के पर्वतीय जिलों में हल्की बारिश और ऊँचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी की संभावना जताई गई है, जिससे पिछले कई दिनों से बनी सूखी ठंड में कुछ राहत मिल सकती है। मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून द्वारा जारी पूर्वानुमान के अनुसार, पांच दिसंबर से उत्तरकाशी, चमोली और पिथौरागढ़ जिलों के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश और 3200 मीटर से अधिक ऊँचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी होने के आसार हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ, चक्रवाती गतिविधियों और बंगाल की खाड़ी में बने दबाव की वजह से मौसम में ये बदलाव देखने को मिल रहा है। हालांकि छह दिसंबर को मौसम फिर साफ हो जाएगा, लेकिन सात और आठ दिसंबर को एक और पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा, जिसके चलते पर्वतीय इलाकों में दोबारा बारिश और बर्फबारी की संभावना है। इससे तापमान में और गिरावट दर्ज की जाएगी, जिससे ठंड के प्रकोप में बढ़ोतरी होगी।
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प्रदेश में अक्टूबर और नवंबर में सर्दियों की सामान्य बारिश नहीं होने से मौसम का पैटर्न प्रभावित हुआ है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक यह बदलाव जलवायु परिवर्तन की व्यापक प्रक्रिया का हिस्सा है, जिसके कारण सूखी ठंड बढ़ रही है। गुरुवार से ही प्रदेश के कई हिस्सों में शीतलहर ने दस्तक दे दी है, जिससे जनजीवन प्रभावित होने लगा है। पहाड़ों से लेकर मैदानी इलाकों तक न्यूनतम और अधिकतम तापमान में तेजी से गिरावट दर्ज की जा रही है।
शीतलहर के बढ़ते प्रभाव के कारण सुबह और शाम की ठिठुरन लगातार बढ़ रही है। मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में घना कोहरा भी कई इलाकों में परेशानी बढ़ा सकता है। वैज्ञानिकों ने लोगों को ठंड से बचाव के लिए विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी है, क्योंकि शीतलहर का असर अभी कुछ दिनों तक बना रह सकता है।
प्रदेश में लगातार बदलते मौसम के मद्देनजर प्रशासन ने लोगों को अलर्ट रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की है। मौसम विभाग की मानें तो अगले कुछ दिनों में उत्तराखंड में शीतलहर और ठंड दोनों अपने चरम पर पहुंच सकती हैं।





