
हल्द्वानी। काठगोदाम क्षेत्र से एक हृदयविदारक घटना सामने आई है, जहां मध्यप्रदेश के रीवा निवासी दो सगे भाइयों ने जंगल में जाकर सल्फास खाकर आत्महत्या का प्रयास किया। इस दर्दनाक घटना में बड़ा भाई शिवेश मिश्रा (21) की मौत हो गई, जबकि छोटा भाई बृजेश मिश्रा (20) गंभीर हालत में सुशीला तिवारी अस्पताल (एसटीएच) में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा है। घटना बुधवार दोपहर बाद की है। बताया जा रहा है कि दोनों भाई भदयूनी मार्ग के समीप जंगल में बेहोश पड़े मिले।
संयोग से मौके से गुजर रहे शीतलाघाट फिल्टर प्लांट के ऑपरेटर ने दोनों को अचेत अवस्था में देखा और तुरंत काठगोदाम चौकी पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही चौकी प्रभारी दिलीप कुमार अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और दोनों युवकों को उपचार के लिए एसटीएच ले जाया गया। अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने शिवेश को मृत घोषित कर दिया, जबकि बृजेश की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है। पुलिस को घटनास्थल से सल्फास का रेपर मिला है, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि दोनों भाइयों ने जहर खाकर आत्मघाती कदम उठाया। जांच में यह भी पता चला कि दोनों भाई कुछ समय से गहरे अवसाद में थे।
सूत्रों के अनुसार, कुछ माह पूर्व ही दोनों के माता-पिता का निधन हो गया था, जिससे वे मानसिक रूप से टूट चुके थे और अपनी दादी के साथ रह रहे थे। पुलिस को आशंका है कि माता-पिता की असमय मौत से उपजे सदमे के कारण ही दोनों ने यह कदम उठाया। काठगोदाम थानाध्यक्ष विमल मिश्रा ने बताया कि मौके पर मिले बैग से दोनों के आधार और पैन कार्ड बरामद किए गए हैं। प्रारंभिक जांच में यह भी पता चला कि दोनों के मोबाइल फोन पूरी तरह से फॉर्मेट किए गए थे, जिससे संपर्क नंबरों का पता नहीं चल पाया। पुलिस को कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) निकालने में काफी समय लगा। इसके बाद ही रीवा में उनके कुछ परिचितों से संपर्क स्थापित हो सका।
पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि दोनों भाइयों ने 23 अक्तूबर से किसी भी व्यक्ति से बातचीत नहीं की थी, जिससे स्पष्ट होता है कि वे पिछले कई दिनों से एकाकीपन में रह रहे थे। अब पुलिस यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि दोनों कब और किन परिस्थितियों में रीवा से काठगोदाम पहुंचे। एएसपी मनोज कत्याल ने बताया कि शव को मोर्चरी में रखवा दिया गया है और परिजनों के पहुंचने के बाद पोस्टमार्टम की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि परिजनों के बयान मिलने के बाद ही आत्महत्या के वास्तविक कारणों की पुष्टि हो सकेगी।
इस दर्दनाक घटना ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि मानसिक तनाव और अकेलेपन के कारण आज के युवा अक्सर ऐसे खतरनाक कदम उठा रहे हैं। पुलिस अब घटना की हर पहलू से जांच में जुटी हुई है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि दोनों भाई काठगोदाम कैसे पहुंचे और आत्महत्या के लिए उन्होंने यही स्थान क्यों चुना।
 
     
 
                       
                       
                       
                       
                      





