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उत्तराखण्ड समाचार

रायवाला के ग्राम प्रधान को पद से किया बर्खास्त

रायवाला के ग्राम प्रधान को पद से किया बर्खास्त, यह कार्रवाई औरोवेली आश्रम की सीलिंग भूमि पर कब्जे और भू-माफिया के खिलाफ चलाई गई मुहिम का नतीजा है। उनका कहना है कि यह फैसला राजनीतिक दबाव के चलते लिया गया है। जाति प्रमाण पत्र का उनका यह मामला उच्च न्यायालय में पहले से ही विचाराधीन है।

रायवाला। रायवाला ग्राम प्रधान को पद से बर्खास्त कर दिया गया है। ग्राम प्रधान सागर गिरि पर फर्जी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर चुनाव लड़ने का आरोप था। जांच में आरोपों की पुष्टि होने पर डीएम ने बर्खास्तगी की कार्रवाई की है। उधर, बर्खास्त प्रधान ने इसे एकतरफा कार्रवाई बताया है।

रायवाला ग्राम पंचायत निवासी राम बहादुर क्षेत्री की शिकायत और स्क्रूटनी कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर डीएम सोनिका ने रायवाला के ग्राम प्रधान सागर गिरि का जाति प्रमाण पत्र निरस्त कर दिया है। जिलाधिकारी के निर्देश पर उन्हें पद से हटा दिया गया। उप चुनाव होने तक उप प्रधान जयानंद डिमरी को कार्यभार संभालने के निर्देश मिले हैं।

सागर गिरि पर आरोप था कि उन्होंने पंचायत चुनाव के दौरान गलत जाति प्रमाण बनवाकर अपने कागजातों के साथ लगाए थे। गलत कागजात के आधार पर वह आरक्षित सीट पर ग्राम प्रधान बने गए थे। ग्राम प्रधान पद से हटाए गए सागर गिरि का कहना है कि जिलाधिकारी का यह आदेश एकतरफा है।

यह कार्रवाई औरोवेली आश्रम की सीलिंग भूमि पर कब्जे और भू-माफिया के खिलाफ चलाई गई मुहिम का नतीजा है। उनका कहना है कि यह फैसला राजनीतिक दबाव के चलते लिया गया है। जाति प्रमाण पत्र का उनका यह मामला उच्च न्यायालय में पहले से ही विचाराधीन है।

इस फैसले के खिलाफ वह फिर से हाईकोर्ट जाएंगे। वहीं, उप प्रधान जयानंद डिमरी काकहना है कि जिलाधिकारी के आदेश का पालन किया जाएगा।

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रायवाला के ग्राम प्रधान को पद से किया बर्खास्त, यह कार्रवाई औरोवेली आश्रम की सीलिंग भूमि पर कब्जे और भू-माफिया के खिलाफ चलाई गई मुहिम का नतीजा है। उनका कहना है कि यह फैसला राजनीतिक दबाव के चलते लिया गया है। जाति प्रमाण पत्र का उनका यह मामला उच्च न्यायालय में पहले से ही विचाराधीन है।

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