ट्रांसपोर्टर को कर्मचारी ने लगाया 11.45 लाख का चूना
ट्रांसपोर्टर को कर्मचारी ने लगाया 11.45 लाख का चूना, उसने पुलिस अधिकारी बताते हुए कहा कि अगर वीडियो डिलीट करानी है तो 12000 रुपये देने पड़ेंगे। उसने यूपीआई के जरिये रुपये दे दिए लेकिन वीडियो डिलीट नहीं की गई। इसके बाद वह अब तक 65,000 रुपये दे चुका है
रुद्रपुर। नगर निगम के पार्षद और ट्रांसपोर्टर को उसके कर्मचारियों ने सहयोगियों के साथ मिलकर 11,45,600 रुपये का चूना लगा दिया। पुलिस ने ट्रांसपोर्टर की तहरीर पर नौ लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। शांति कॉलोनी निवासी ट्रांसपोर्टर प्रमोद शर्मा ने सीओ सिटी को दी तहरीर में कहा है कि वार्ड नंबर 16 करतारपुर रोड में उसका शर्मा लॉजिस्टिक नाम से ट्रांसपोर्ट कार्यालय है।
उसके कार्यालय में बालकृष्ण शर्मा निवासी-248 मसूदपुर (110) रोहतक हरियाणा और हाल निवासी विम स्क्वायर कॉलोनी रुद्रपुर दिसंबर 2022 से नौकरी कर रहा था। बालकृष्ण उनकी अनुपस्थिति में आफिस के लेन-देन सहित सभी कार्य देखता था। बीते चार जून को बालकृष्ण ने अचानक कार्यालय आना बंद कर दिया था। उसने अपने पांचों मोबाइल नंबर बंद कर दिए थे। इसके बाद जब वे बालकृष्ण शर्मा के घर पहुंचे तो पत्नी पूजा शर्मा ने पति के घर नहीं आने और संपर्क में नहीं होने की बात कही।
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इस पर शक होने पर जब उसने कार्यालय के खाते जांचे तो मालूम हुआ कि आरोपी ने अपनी पत्नी पूजा और साथी अजमल निवासी ग्राम मुदईममा पोस्ट डिडोली, अमरोहा, यूपी, नक्शे अली, राहत अली, वसीम खान, दीपक गोस्वामी, सागर चौहान, हिमांशु चौहान के साथ मिलकर उसकी फर्म के खाते से 11,45,600 रुपये का गबन कर दिया। आरोपी ने फर्जी बिल्टी के जरिए फर्जी गाड़ियों की बुकिंग दिखाकर एडवांस भाड़े के तौर पर अपने साथियों के खातों में धनराशि का भुगतान किया।
एक व्यक्ति ने तिजोरी बेचने की कोशिश में डेढ़ लाख रुपये गंवा दिए। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया है। ओमेक्स रिविएरा रुद्रपुर निवासी गिरीराज डागा ने पंतनगर थाने में दी तहरीर में कहा कि उसने तिजोरी बेचने के लिए ओएलएक्स पर विज्ञापन दिया था। जिसके लिए मनीष जैन से तिजौरी का सौदा हो गया था। भुगतान के लिए मनीष जैन के कार्यालय से राहुल गुप्ता नाम से फोन आया और उसने परीक्षण के लिए एक रुपये का लेनदेन के लिए क्यूआर कोड साझा किया था।
जिससे लेनदेन सफल रहा। फिर उसने पांच हजार रुपये के लिए क्यूआर कोड को साझा किया, लेकिन यह धनराशि फंस गई। फिर उसने 10 हजार रुपये का क्यूआर कोड साझा किया। परंतु वह भी असफल रहा। इसके बाद उसने आईएमपीएस के माध्यम से 99999 रूपये का लेनदेन किया और वह भी फंस गया। उसके बाद उसनेे पत्नी के खाते से प्रयास किया। जिसमें पेटीएम से 20 हजार रुपये का राशि निकल गई।
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इस प्रकार उसके साथ 1.50 लाख रुपये की धोखाधड़ी हुई है। एसएचओ पंतनगर राजेंद्र सिंह डांगी ने बताया कि मामले में धोखाधड़ी की धाराओं में केस दर्ज कर जांच की जा रही है। एक व्यक्ति को सोशल मीडिया पर अनजान महिला से दोस्ती करना और भरोसा कर मोबाइल नंबर साझा करना महंगा पड़ गया। शातिर महिला ने व्हाट्सएप वीडियो कॉल के जरिए पीड़ित का अश्लील वीडियो बना लिया। इसके बाद पीड़ित को ब्लैकमेल कर सहयोगी मदद से 65,000 रुपये वसूल लिए। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया है।
फुलसुंगा वार्ड नंबर एक निवासी प्रदीप मंडल ने तहरीर में कहा कि दो जून को उसके फेसबुक एकाउंट पर अंजली शर्मा नाम की आईडी से फ्रेंड रिक्वेस्ट आई थी। उसने रिक्वेस्ट स्वीकार कर ली और उसकी महिला से फेसबुक पर बातचीत हुई थी। इसके बाद उसे अनजान नंबर से कॉल आया था और कॉलर ने खुद का नाम प्रेमप्रकाश बताया। उसने पुलिस अधिकारी बताते हुए कहा कि अगर वीडियो डिलीट करानी है तो 12000 रुपये देने पड़ेंगे। उसने यूपीआई के जरिये रुपये दे दिए लेकिन वीडियो डिलीट नहीं की गई। इसके बाद वह अब तक 65,000 रुपये दे चुका है और आरोपी लगातार रुपये मांगने के लिए कॉल कर रहा है।
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