
कम नहीं हो रहे टमाटर के तेवर, कीमत सुनकर लोग परेशान, जिला प्रशासन की ओर से दुकानों पर लगाई गई मूल्य सूची भी गायब हो गई है। सचिव मंडी विजय थपलियाल ने बताया कि बारिश के कारण पहाड़ों से पर्याप्त मात्रा में टमाटर और सब्जियां नहीं पहुंच पा रही हैं।
[/box]देहरादून। उत्तराखंड में टमाटर के दाम कम नहीं हो रहे हैं। लोगों की थाली से टमाटर गायब होता जा रहा है। टमाटर के साथ अन्य सब्जियों के दामों में भी लगातार उछाल देखने को मिल रहा है। वहीं, लोगों को महंगे दामों से राहत देने के लिए जिला प्रशासन का अभियान भी अब सुस्त पड़ गया है।
बारिश रुकने का नाम नहीं ले रही है। फसल खराब होने और रास्ते बंद होने के कारण मंडी में टमाटर की आवक घट गई है। एक बार फिर से टमाटर के दाम आसमान छूने लगे हैं। वहीं, अन्य सब्जियों के दामों में भी लगातार उछाल आने से लोगों को राहत नहीं मिल पा रही है।
जिला प्रशासन की ओर से दुकानों पर लगाई गई मूल्य सूची भी गायब हो गई है। सचिव मंडी विजय थपलियाल ने बताया कि बारिश के कारण पहाड़ों से पर्याप्त मात्रा में टमाटर और सब्जियां नहीं पहुंच पा रही हैं। इसका असर दामों पर पड़ रहा है।
[box type=”warning” align=”aligncenter” class=”” width=”100%”]शहर अथवा ग्रामीण क्षेत्र | टमाटर के दाम |
उत्तरकाशी | 160 से 180 रुपये प्रति किलो |
बडकोट | 100 -120 रुपए प्रति किलो |
नौगांव | 200 रुपये किलो (लोकल टमाटर 80) |
पौड़ी | 160 रूपए प्रति किलो |
नई टिहरी | 160 से लेकर 180 रुपए |
बागेश्वर | 200 किलो |
टनकपुर | 200 रुपए किलो |
भवाली | 200 रूपये किलो |
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