छोटी सी जिंदगी

सुनील कुमार माथुर, जोधपुर, राजस्थान
कहते हैं कि छोटी सी जिंदगी है हर बात में खुश रहो कल किसने देखा हैं इसलिए हर हाल में खुश रहो। बात सोलह आना सत्य है लेकिन मन स्वीकार नहीं करता। इंसान आज वर्तमान में नहीं जी रहा हैं अपितु उसे आने वालें कल की चिंता है और उस चिंता में वह आज की खुशियों को खो रहा हैं। उसके मन में किसी भी प्रकार का चैन नहीं है। वह बावला होकर आने वालें कल की चिंता में हैं। अरे मेरे भाई! केवल चिंता करने से हर समस्या का समाधान हो जाता तो फिर इंसान अपने सारे प्रयास ही छोड़ देता। हमें आने वाले कल की समस्याओं से कैसे निपटना होगा यह ज्ञात होना चाहिए और इसके लिए शिक्षा, प्रयास, सूझ-बूझ की जरुरत है। अतः समय के अनुसार अपने आप को हर रोज अपडेट करना चाहिए।
पैसा ही सब कुछ हैं : आज के दौर में पैसा ही सब कुछ है। यह बात सोलह आना सही है। आपके पास पैसा हैं तो गाड़ी बंगला, नौकर चाकर, मित्र, रिश्तेदार, सभी संबंधी साथ हैं। आपके हर सुख दुःख में साथ हैं। लेकिन ज्यों ही समय बदला और पैसा येन केन प्रकारेण चला गया तो इनमें से एक भी आपके पास नहीं फटकेगा। सब दूर हो जायेगे। यहां तक के आपके खास थे वे भी पराया हो जायेगे। इसलिए समय को देखते हुए कुछ धन अपने पास जमा कर रखे ताकि बुरे वक्त व मुसीबतों के समय काम आ सकें।
इंसान की कद्र कीजिए : इंसान की कद्र उसके जीते जी कीजिए उसके चले जाने के बाद उसकी कद्र करने से कोई लाभ नहीं हैं जैसे दीपक जल रहा हो तभी तक उसमें घी डालकर उसकी लौ की लम्बे समय तक बनाए रखा जा सकता हैं। लौ के बुझ जाने पर दीपक में घी डालना केवल मूर्खता के सिवाय कुछ भी नहीं है। अतः इंसान की कद्र कीजिए। उसके अनुभवों का लाभ उठाइए। हम किसी पर गुस्सा होकर, गाली गलौज करके या ऊंची आवाज में बात कर उसके आदर्श संस्कारों को ग्रहण नहीं कर सकते। प्यार की भाषा ही एक ऐसी भाषा है जो इंसान को इंसान से जोड़ कर एक करती हैं
Nice article