साहित्य लहर
खोज करीं मधुशाला के…
अशोक शर्मा
हे गुरू जी हे गुरू जी चिंता
छोड़ीं पाठशाला के।
शिक्षा दिक्षा छोड़ चलीं अब
खोज करीं मधुशाला के।।
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य
संजय कुमार जी कह दिहलें।
डी ई ओ के आगे एगो बढ़िया
काम उगल दिहलें।
अब शिक्षा के बात छोड़ दीं
बात करीं बस हाला के।
शिक्षा दिक्षा छोड़ चलीं अब
खोज करीं मधुशाला के।।
विद्यालय के आस पास जन
घूमें दीं घूमक्कड़ के।
दारू पी के आवत के बा
देखत रहीं पियक्कड़ के।
गर लउके त पकड़ पियक्कड़
सौपीं टोपी वाला के।
शिक्षा दिक्षा छोड़ चलीं अब
खोज करीं मधुशाला के
शिक्षा दीक्षा छोड़ द अब
ध्यान द अब मधुशाला पे
¤ प्रकाशन परिचय ¤
From »अशोक शर्मादेवभूमि ब्यूरो चीफ, गयाAddress »बाराचट्टी, गया, बिहारPublisher »देवभूमि समाचार, देहरादून (उत्तराखण्ड) |
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