साईं सृजन पटल साहित्य और संस्कृति को देगा नई दिशा: डॉ निशंक
साईं सृजन पटल साहित्य और संस्कृति को देगा नई दिशा: डॉ निशंक… इस विशेष कार्यक्रम के दौरान साईं सृजन पटल के उपसंपादक अंकित तिवारी भी उपस्थित थे। कार्यक्रम में कई विद्वान, लेखक और कला प्रेमी उपस्थित रहे, जिन्होंने इस पहल को एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में देखा। देहरादून के साहित्यिक और शैक्षिक जगत में साईं सृजन पटल की इस पहल की व्यापक सराहना हो रही है. #अंकित तिवारी
देहरादून। साईं सृजन पटल के संस्थापक, सेवानिवृत्त प्राचार्य प्रो. (डॉ.) के.एल. तलवाड़ ने एक विशेष कार्यक्रम के दौरान देश के पूर्व केंद्रीय शिक्षा मंत्री और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ को पटल के पहले न्यूज़ लैटर का प्रवेशांक भेंट किया। इस अवसर पर डॉ. निशंक ने साईं सृजन पटल की इस पहल की सराहना की और इसे उत्तराखंड के रचनाकारों, नवोदित लेखकों, कलाकारों, और छात्रों के लिए एक अद्वितीय मंच बताया।
डॉ. निशंक ने कहा, “साईं सृजन पटल द्वारा मासिक ई-न्यूज लैटर का प्रकाशन एक सराहनीय कदम है, जो साहित्यिक, सांस्कृतिक, और शैक्षिक गतिविधियों को बढ़ावा देगा। यह मंच विशेष रूप से प्रदेश और देश के युवा रचनाकारों को अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने का अवसर देगा।” उन्होंने संपादकीय मंडल को इस सफल प्रकाशन के लिए शुभकामनाएं भी दीं।
प्रो. (डॉ.) के.एल. तलवाड़ ने इस मौके को ऐतिहासिक बताते हुए कहा, “हमारा उद्देश्य उत्तराखंड की साहित्यिक और सांस्कृतिक धरोहर को संजोना और आगे बढ़ाना है। साईं सृजन पटल इस दिशा में लगातार प्रयासरत रहेगा।” साईं सृजन पटल का यह ई-न्यूज लैटर प्रतिमाह प्रकाशित होगा, जिसमें विभिन्न लेखकों, कलाकारों और छात्रों के रचनात्मक कार्यों को प्रकाशित किया जाएगा। साथ ही यह मंच साहित्य, संस्कृति, और शिक्षा के विविध पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करेगा, जिससे नई पीढ़ी को अपनी प्रतिभा को निखारने का अवसर मिलेगा।
इस विशेष कार्यक्रम के दौरान साईं सृजन पटल के उपसंपादक अंकित तिवारी भी उपस्थित थे। कार्यक्रम में कई विद्वान, लेखक और कला प्रेमी उपस्थित रहे, जिन्होंने इस पहल को एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में देखा। देहरादून के साहित्यिक और शैक्षिक जगत में साईं सृजन पटल की इस पहल की व्यापक सराहना हो रही है, और इससे उत्तराखंड की साहित्यिक और सांस्कृतिक धरोहर को एक नई दिशा और पहचान मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।