बर्खास्त कांस्टेबल ने पत्नी का गला घोंटा

पाली। राजस्थान में पाली में चरित्र संदेश को लेकरक बर्खास्त कांस्टेबल ने अपनी पत्नी का गला घोंटा दिया। उसकी शव को जंगल में फेंक दिया। विवाहिता के बेटे ने अपनी मां के लापता होने का केस पुलिस में दर्ज कराया। मामले की जांच में सामाने आया कि उसका पति नारायण नाथ उसके चरित्र पर शक करता था। पुलिस ने उससे पूछताछ की तो उसने बताया कहा कि वह किसी के साथ भाग गई है। सख्ती से पूछताछ के बाद उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
पाली एसपी गगनदीप सिंगला ने बताया कि 3 जुलाई को अविनाश कालबेलिया निवासी कंटालिया ने अपनी मां के लापता होने का केस थाना बगड़ी नगर में दर्ज कराया था। 7 जुलाई को अविनाश ने पुलिस को बताया कि उसकी मां संतोष दो जुलाई को पिता नारायण नाथ के साथ बाइक पर गई थी, तब से वह वापस नहीं लौटी हैं। बेटे ने अपने पिता पर मां की हत्या करने का शक भी जताया था।
मामले की जांच के लिए टीम गठित की गई। जिसने कस्बा कंटालिया और आसपास के गांव में लगे सीसीटीवी फुटेज का बारीकी से निरीक्षण कर आरोपी नारायण नाथ को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पूर्व में कांस्टेबल होने के कारण आरोपी बार-बार पुलिस को गुमराह कर रहा था। उसका कहना था कि उसकी पत्नी संतोष का किसी और व्यक्ति के साथ अवैध संबंध थे। वह उसकी के साथ भाग गई है। गहनता से पूछताछ के बाद आरोपी ने अपना जुर्म कबूल किया।
आरोपी ने बताया कि उसे अपनी पत्नी के चरित्र पर संदेह था। 2 जुलाई की सुबह वह उसे बाइक पर बैठाकर धारेश्वर के जंगल में ले गया। वहां उसका पत्नी के चरित्र को लेकर उससे विवाद हो गया। इसके बाद उसने सूत की रस्सी से गला घोंट कर उसकी हत्या कर दी और लाश को रेत और पत्थर डालकर दबा दिया।
पुलिस ने आरोपी पति नारायण नाथ पुत्र मोहन नाथ (42) को गिरफ्तार कर महिला की लाश धारेश्वर गांव के पास के जंगल से बरामद की है। आरोपी 2008 में कांस्टेबल के पद पर भर्ती हुआ था। अपराधिक गतिविधियों में शामिल रहने के कारण 2015 में उसे बर्खास्त कर दिया था। वह मजदूरी कर जीवन यापन कर रहा था।