पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ रवाना हुई रुद्रनाथ की उत्सव डोली
पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ रवाना हुई रुद्रनाथ की उत्सव डोली, आभूषणों और फूलों से सजी चतुर्थ केदार रुद्रनाथ की उत्सव डोली पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ रवाना हुई। सैकड़ों की संख्या में श्रद्वालु उत्सव डोली के साथ गए।
चमोली। चतुर्थ केदार भगवान रुद्रनाथ की डोली बुधवार को गोपेश्वर स्थित गोपीनाथ मंदिर परिसर से कैलाश के लिए रवाना हो गई है। श्रद्धालुओं की उपस्थिति में भोले अपने ग्रीष्मकालीन प्रवास कैलाश को रवाना हुए।
हिमालय के मखमली बुग्यालों के मध्य स्थित पंच केदार में शामिल भगवान रुद्रनाथ के कपाट 20 मई को ब्रह्ममुहूर्त में खुलेंगे।
आभूषणों और फूलों से सजी चतुर्थ केदार रुद्रनाथ की उत्सव डोली पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ रवाना हुई। सैकड़ों की संख्या में श्रद्वालु उत्सव डोली के साथ गए।
दो दिनों की कठिन पैदल यात्रा में उत्सव डोली पहले दिन ल्वींठी बुग्याल तथा अगले दिन 18 मई को रूद्रनाथ पहुॅचेगी। भगवान रूद्रनाथ मंदिर के कपाट 20 मई को पौराणिक राीति रिवाजों और परंपराओं के बीच ग्रीष्मकाल के लिए श्रद्वालुओं के दर्शनों को खोले जाएंगे।
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