***
राष्ट्रीय समाचार

सीमैट निदेशक को भेंट किया “भावों के मोती”

(देवभूमि समाचार)

राज्य शैक्षिक प्रबंधन एवं प्रशिक्षण संस्थान (सीमैट) उत्तर प्रदेश, प्रयागराज में अकादमिक रिसोर्स पर्सन के चार दिवसीय पुनरबोधात्मक प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन अवसर पर शिक्षा क्षेत्र नवाबगंज में कार्यरत अकादमिक रिसोर्स पर्सन (एआरपी) सुनील कुमार ने संस्थान के निदेशक दिनेश सिंह को अपना हालिया प्रकाशित काव्य संग्रह भावों के मोती भेंट किया।

सुनील कुमार की इस उपलब्धि पर निदेशक महोदय ने शुभाशीष प्रदान किया। इस दौरान एम.आई.एस.विभागाध्यक्ष डॉ.अमित खन्ना, प्रवक्ता श्री प्रभात कुमार मिश्रा सहित संस्थान के कई प्रवक्ता मौजूद रहे।

गौरतलब है कि भरतपुर राजस्थान के मधुशाला प्रकाशन से प्रकाशित इस काव्य संग्रह में सुनील कुमार की 161 रचनाएं शामिल हैं।
इस संग्रह की रचनाएं जीवन और समाज के प्रति सहज और संवेदनशील नजरिया अपनाती हैं। एक सरल मनुष्य की तरह चीजों को देखना और एक सहज आदर्श की अभिव्यक्ति इस युवा रचनाकार की रचनाओं में देखने को मिलती है।

सीमैट निदेशक दिनेश सिंह जी को अपनी कृति “भावों के मोती” भेंट करते हुए एआरपी सुनील कुमार.

संग्रह में शामिल खुशियों की तलाश में, चलता चला गया, मंजिल ही ठिकाना है, बढ़ते रहो जीवन पथ पर,जब हम कुछ बन जाएं आदि रचनाएं हमें निरंतर लक्ष्य की ओर बढ़ने के लिए प्रेरित करती हैं। वहीं मैली मत कर काया अपनी, रैन बसेरा, माटी कहे मानव से, जीवन का न कोई ठिकाना आदि रचनाएं हमें जीवन के अंतिम सत्य का बोध कराती हैं।

संग्रह में शामिल बचपन के दिन, मीत मेरे बचपन के, यादों की बारिश, दादी अम्मा के सौ रूपये आदि रचनाएं हमें हमारे बचपन के दिनों की याद दिलाते हैं। बाबूजी, मेरी प्यारी मां,बेटियां,आदि रचनाएं संतान के प्रति माता-पिता के त्याग व परिवारिक संबंधों की महत्ता को दर्शाती हैं। बढ़ती आबादी, धरती कहे पुकार के, आओ पेड़ लगाएं, हरियाली, झरना, नदी की पीड़ा, बदलती हवाओं का इशारा, आदि कविताएं पर्यावरणीय समस्याओं व उनके समाधान की ओर हमारा ध्यान आकृष्ट कराती हैं।

संग्रह की कविताएं वह सुबह कब आएगी,भगवान तेरे संसार में,रंग बदलते देखा है,फर्क पड़ता है,विजय दशमी,मोबाइल जनरेशन, क्या से क्या हो गए, बहू दहेज में क्या लाई है,आदि रचनाएं वर्तमान भारतीय समाज का दर्शन कराती हैं। कुल मिलाकर संग्रह में शामिल रचनाएं हमें हमारे जीवन के अनुभवों से परिचय कराती हैं। अगर सही मायने में देखा जाए तो सुनील कुमार का प्रस्तुत काव्य संग्रह पाठकों के लिए मार्गदर्शक है‌।

👉 देवभूमि समाचार में इंटरनेट के माध्यम से पत्रकार और लेखकों की लेखनी को समाचार के रूप में जनता के सामने प्रकाशित एवं प्रसारित किया जा रहा है। अपने शब्दों में देवभूमि समाचार से संबंधित अपनी टिप्पणी दें एवं 1, 2, 3, 4, 5 स्टार से रैंकिंग करें।

👉 यदि आप चाहें तो देवभूमि समाचार से सोशल मीडिया में भी जुड़ सकते हैं, जिससे संबंधित लिंक नीचे दिये गये हैं।

Devbhoomi Samachar

देवभूमि समाचार में इंटरनेट के माध्यम से पत्रकार और लेखकों की लेखनी को समाचार के रूप में जनता के सामने प्रकाशित एवं प्रसारित किया जा रहा है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
Verified by MonsterInsights