मंदिरमाला परियोजना : धार्मिक पर्यटन में मील का पत्थर

ओम प्रकाश उनियाल
उत्तराखंड में पर्यटन को ऊंचाईयों तक ले जाने के लिए उत्तराखंड सरकार अपने कदम निरंतर आगे बढ़ाती जा रही है। नए-नए व विकास की बाट जोह रहे पर्यटन-स्थलों की पहचान कर उनके विकास को मूर्त रूप देने की तैयारी कर रही है।उत्तराखंड मध्य हिमालय के आंचल में बसा राज्य है। जो अपनी खूबसूरती के लिए प्रसिद्ध तो है ही देवी-देवताओं की भूमि एवं ऋषि-मुनियों की तपस्थली के रूप में भी जाना जाता है।
यही कारण है कि यह पर्वतीय राज्य अपने आप में पर्यटन की अपार संभावनाएं समेटे हुए है। राज्य में दो मंडल हैं। कुमांऊ व गढ़वाल। पुराणों में भी गढ़वाल को केदारखंड और कुमांऊ को मानसखंड के नाम से जाना जाने का उल्लेख मिलता है। गढ़वाल मंडल में चार धाम हैं। गंगोत्री, यमुनोत्री, बदरीनाथ और केदारनाथ। जो कि रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी व चमोली जिलों में स्थित हैं एवं पूरी तरह विकसित किए जा चुके हैं।
CM ने PM से मुलाकात कर कुमांऊ मंडल के पौराणिक मंदिरों को जोड़े जाने के उद्देश्य से ‘मानसखंड मंदिरमाला मिशन’ को स्वीकृति दिए जाने का अनुरोध किया…
हर साल यहां मई माह में शुरु होने वाली चार धाम यात्रा का संचालन सुचारु तौर पर किया जाता है। वैसे तो चारों स्थलों की महत्ता प्राचीन काल से ही है लेकिन जबसे इनका विकास किया गया है तब से यहां के पर्यटन को काफी बढ़ावा मिल रहा है। पर्यटकों का आकर्षण निरंतर बना रहता है। रोजगार के अवसर भी बढ़े हैं। चार धाम की तर्ज पर कुमांऊ के मंदिरों को विकसित करने के लिए सरकार ‘मानसखंड कॉरिडोर परियोजना’ शुरु करने की तैयारी कर रही है।
इस परियोजना को ‘मंदिरमाला परियोजना’ के नाम से भी जाना जाएगा। जिसके तहत प्रमुख मंदिरों जो कि चिन्हित भी किए जा चुके हैं, को आपस में जोड़ने के लिए सड़क व अन्य सुविधाओं को बेहतर बनाया जाएगा। इसके अलावा अन्य ऐसे पर्यटन-स्थल भी विकसित किए जाएंगे जो पर्यटकों की पहुंच से दूर हैं। उत्तराखंड राज्य की आर्थिकी का सबसे बड़ा स्रोत पर्यटन ही है। खासतौर पर धार्मिक पर्यटन। ‘यथा नाम तथा गुण’ वाली कहावत को साबित कर रहा है यह राज्य।
चंद रोज पहले राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री से मुलाकात कर कुमांऊ मंडल के पौराणिक मंदिरों को जोड़े जाने के उद्देश्य से ‘मानसखंड मंदिरमाला मिशन’ को स्वीकृति दिए जाने का अनुरोध भी किया है। ऐसी परियोजनाएं उत्तराखंड के धार्मिक पर्यटन के लिए मील का पत्थर साबित होंगी।
¤ प्रकाशन परिचय ¤
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From »ओम प्रकाश उनियाललेखक एवं स्वतंत्र पत्रकारAddress »कारगी ग्रांट, देहरादून (उत्तराखण्ड) | Mob : +91-9760204664Publisher »देवभूमि समाचार, देहरादून (उत्तराखण्ड) |
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