
सुनील कुमार माथुर
सदस्य अणुव्रत लेखक मंच, जोधपुर, राजस्थान
प्रति वर्ष हर गांव और शहर में
रावण दहन के नाम पर
लाखों-करोड़ों रुपए
फूंके जा रहे हैं, फिर भी
आज भी रावण जिंदा है।
आज नारी की इज्जत
लूटी जा रही है,
लड़कियों के साथ छेड़छाड़ हो रही है।
स्कूलों में गुड टच और बैड टच के बहाने
नन्हीं-नन्हीं बच्चियों के संग
जो रावण छेड़छाड़ कर रहे हैं,
उन रावणों और दानवों का
दहन कब होगा?
ऐसे दानवों और रावणों का
तत्काल अंत करना होगा,
तभी समाज में शांति,
अमन-चैन कायम रह पाएगा।