कविता : आलसी इंसान | Devbhoomi Samachar™ | Hindi News Portal
October 22, 2025

9 thoughts on “कविता : आलसी इंसान

  1. वास्तव में आजकल यही हो रहाहै। हर कोई बस बाज़ार कीही वस्तुएँ मंगा रहा है और रुचि से सेवन कर रहा है

  2. वास्तव में आजकल यही हो रहाहै। हर कोई बस बाज़ार कीही वस्तुएँ मंगा रहा है और रुचि से सेवन कर रहा है

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